गुजरात के अमरेली स्थित भुरखिया ग्राम पंचायत में निर्विरोध सरपंच पद पर महिला के निर्वाचित होने की ख़ुशी में गांव के एक धार्मिक स्थल में आयोजित कार्यक्रम के दौरान महिला सरपंच के पति ने शपथ ली कि वह ना तो एक रुपया खायेगा और ना किसी को खाने देगा |
गौरतलब है कि भुरखिया ग्राम पंचायत महिला आरक्षित है , यहाँ चार उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र भरा था , लेकिन नाम वापसी के पहले ग्रामीणों ने बैठक कर सर्वसहमति से रमेशभाई अर्जनभाई बराड़ की पत्नी कमला बेन को सर्वसम्मति से सरपंच चुन लिया जबकि सात वार्डपंच के तौर पर भी महिलाओं को चुनकर महिला सशक्तिकरण का उदाहरण पेश किया लेकिन यह तस्वीर का एक पहलु है | चुनाव परिणाम के बाद आयोजित हनुमान मंदिर में भोज के दौरान मंदिर के पुजारी के सामने हनुमान जी को साक्षी मानकर शपथ ली कि वह ग्रामराजस्व , विभिन्न अनुदान समेत पंचायत को होने वाली अन्य आय का एक भी पैसा ना तो खाएंगे ना किसी को खाने देंगे |
पूरा पैसा गांव के विकास के लिए लगाएंगे | हालांकि बड़ा सवाल यह कि सरपंच जब उनकी पत्नी है तो बतौर सरपंच वह कैसे शपथ ले सकते हैं | उनकी भी मंशा साफ़ है महिला सरपंच की आड़ में खुद सरपंची भोगना | विदित हो कि गुजरात में ग्राम स्वराज्य के चुनाव में यदि सरपंच निर्विरोध निर्वाचित होता है तो उस पंचायत को अतिरिक्त अनुदान राज्य सरकार की तरफ से दिया जाता है |