गुजरात कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है , एक के बाद एक इस्तीफे सामने आ रहे हैं। जयराज सिंह परमार ने पार्टी छोड़ने के पहले लिखे भावनात्मक पत्र में जो आरोप लगाए थे मामला उससे भी गंभीर है ,परिवारवाद का आरोप झेल रही कांग्रेस में अब प्रदेश कांग्रेस प्रमुख जगदीश ठाकोर के त्रास से पार्टी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय के प्रभारी डॉ विजय दवे ने इस्तीफे की पेशकश की है।
गुजरात कांग्रेस प्रभारी रघु शर्मा को लिखे पत्र में डॉ विजय दवे ने कहा कि “मैं लगभग चार दशकों से पीसीसी के लिए काम कर रहा हूं। जब हमारी पार्टी ने 1980 और 1985 में लगातार 141 और 149 विधानसभा सीटें जीती थीं, तब मैं लगभग पीसीसी का एकमात्र प्रभारी था। आप सत्यापित कर सकते हैं।
हालाँकि, अब, मैं पीसीसी में काम करना जारी रखने के लिए तैयार नहीं हूँ, क्योंकि मैं स्वीकार नहीं कर सकता, पीसीसी अध्यक्ष के पुत्र श्री निमेश जगदीश ठाकोर, मुझ पर हुक्म चलाते हैं।
मैं इस मामले को अर्जुनभाई मोढवाडिया, अमित चावड़ा और श्री शैलेश परमार के संज्ञान में लाया हूं।
मेरा आपसे विनम्र निवेदन है कि कृपया माननीय राहुल जी और श्री के सी वेणुगोपाल की ओर ध्यान आकर्षित करने की कृपा करें।” हालांकि विजय दवे से जब इस मामले पर संपर्क स्थापित नहीं हो सका है।
कई नेताओं का हो रहा है मोहभंग
कांग्रेस में नियंत्रण और अनुशासन की कमी उनके लिए मुसीबत का कारण बनती जा रही है ,जयराज सिंह परमार के शब्दों में कहें तो कांग्रेस समुद्र से कुए में तब्दील होती जा रही है।
अहमदाबाद विपक्ष के नेता दिनेश शर्मा की नाराजगी जग जाहिर है , वह कभी भी कांग्रेस को “राम राम ” कह सकते हैं। पूर्व विधायक हीरा पटेल अपने समर्थको के साथ भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मुख्यालय श्री कमलम पहुंचकर भाजपा में शामिल हो चुके हैं .
जयराज सिंह परमार मंगलवार को शामिल हो रहे है , कई और नाम भी सियासी गलियारों में चर्चा में है। यह सबकुछ तब हो रहा है जब मेहसाणा में कांग्रेस तीन दिन का चितन शिविर इसी महीने करने वाली है, जिसमे राहुल गाँधी को भी आमत्रित किया गया है।
जयराज सिंह के समर्थन में युवाओं ने दिया कांग्रेस से इस्तीफ़ा , भाजपा में होंगे शामिल