- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वड़ोदरा दौरे के पहले वडोदरा की गौरवशाली उपलब्धि
- सांस्कृतिक मंत्रालय महाराज सयाजीराव विश्वविद्यालय के बीच हुआ समझौता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वड़ोदरा दौरे के पहले वडोदरा को एक गौरवशाली उपलब्धि हाथ लगी है। नई दिल्ली में नवनिर्मित सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट में वडोदरा के एमएस विश्वविद्यालय को नॉलेज पार्टनर के रूप में अनुबंधित किया गया है। महाराज सयाजीराव विश्वविद्यालय ने केंद्र सरकार के संस्कृति मंत्रालय के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं। मिली जानकारी के मुताबिक महाराज सयाजीराव विश्वविद्यालय के ललित कला संकाय के प्राध्यापक यहां अहम भूमिका निभाएंगे।
राज्य के शिक्षा मंत्री ने जीतू वघाणी ने ट्वीट कर जानकारी को साझा किया । जिसमें जीतू वघाणी ने कहा कि यह हम सभी के लिए गर्व की बात है कि भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय और एम.एस. विश्वविद्यालय के बीच अनुबंध हुआ है , मैं एमओयू के अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति, कर्मचारियों और छात्रों को बधाई देना चाहता हूं।
सयाजीराव यूनिवर्सिटी और संस्कृति मंत्रालय के बीच 3 जून को एमओयू साइन हुआ
महत्वपूर्ण बात यह है कि निर्माणाधीन संसद भवन को ‘सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट’ के रूप में जाना जाता है। इसके लिए नॉलेज पार्टनर के तौर पर महाराज सयाजीराव यूनिवर्सिटी के साथ एमओयू साइन किया गया है। इनमें संस्कृत, पारंपरिक अध्ययन, वैदिक अध्ययन, हिंदू अध्ययन, भतीगल कहानी, मौखिक अध्ययन, मेनू स्क्रिप्ट , पारंपरिक ज्ञान प्रणाली, भतीगल नृत्य कला, सांस्कृतिक सूचना, प्रदर्शन कला और ललित कला जैसे विषय शामिल हैं।
आपको बता दें कि महाराज सयाजीराव यूनिवर्सिटी और संस्कृति मंत्रालय के बीच 3 जून को एमओयू साइन हुआ था। इस मौके पर एमएस यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर विजयकुमार श्रीवास्तव ने कहा, ‘हमें गर्व है कि यूनिवर्सिटी और संस्कृति मंत्रालय के बीच एमओयू साइन हुआ है.
उन्होंने कहा कि सेंट्रल विस्टा में पीएम मोदी के दॄढ इच्छाशक्ति के कारण ही देश भर की कलाकृति को शामिल किया जाए। जिसमें एमएस यूनिवर्सिटी को नॉलेज पार्टनर के तौर पर चुना गया था। इमारत में विभिन्न कलाकृतियों के लिए विश्वविद्यालय के ललित कला संकाय के प्रोफेसर मार्गदर्शन करेंगे ।
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