गुजरात के मंत्री जगदीश विश्वकर्मा ने हाल के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के जिग्नेश मेवाणी के हाथों भारतीय जनता पार्टी की हार के लिए वडगाम के वोटरों की आलोचना की है।
उन्होंने कहा कि बनासकांठा जिले में अनुसूचित जाति के लिए रिजर्व सीट के वोटरों ने भाजपा की जीत पक्की नहीं करके “देश के साथ विश्वासघात” किया है। गुजरात की 182 सदस्यीय विधानसभा के लिए एक और पांच दिसंबर को हुए चुनाव में भाजपा ने रिकॉर्ड 156 सीटों पर जीत हासिल की थी, जबकि कांग्रेस को महज 17 जीत से संतोष करना पड़ा था।
जगदीश पांचाल के नाम से भी मशहूर जगदीश विश्वकर्मा इस समय भूपेंद्र पटेल सरकार में सहकारिता, नमक उद्योग, प्रोटोकॉल और एमएसएमई राज्य मंत्री हैं। वह शनिवार को वडगाम के वर्णवाड़ा गांव में बोल रहे थे। ग्रामीणों द्वारा अभिवादन किए जाने पर विश्वकर्मा ने उनके “पाखंड” का हवाला देते हुए अपना गुस्सा निकाला। उन्होंने कहा, “जो लोग (भाजपा की हार के लिए) जिम्मेदार थे, उन्होंने वास्तव में देश के साथ विश्वासघात किया है। आपने मेरा स्वागत किया, मुझे माला पहनाई, लेकिन मैं आपको बता दूं कि अब इस तरह का पाखंड दिखाने के बजाय आपको यहां भाजपा की जीत सुनिश्चित करके अपना प्यार दिखाना चाहिए था।”
इस बयान पर मेवाणी ने तीखे हमले किए और कहा कि सत्तारूढ़ दल को भी हार को पचाना सीखना चाहिए। दलित नेता मेवाणी ने वडगाम सीट पर भाजपा के मणिभाई वाघेला को 4,000 से अधिक वोट से हराया था।
मेवाणी ने पलटवार करते हुए कहा, “बीजेपी के मंत्री परेशान हैं, क्योंकि उनकी पार्टी यहां कई करोड़ रुपये खर्च करने के बावजूद जीत नहीं पाई। गर्मजोशी से स्वागत करने के बावजूद विश्वकर्मा ने ग्रामीणों का अपमान किया। उन्हें हार को पचाना सीखना चाहिए।”
मेवाणी ने कहा कि वडगाम के मतदाता बाद के चुनावों में भी भाजपा की हार सुनिश्चित करेंगे।
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