अमेरिका में क्रिसमस के मौके पर आए बर्फीले तूफान से हालात बहुत खराब हो गए हैं। 30 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। कई जगहों पर बर्फबारी में लोगों के फंसे होने से मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है। बिजली की सप्लाई रूक जाने से कई इलाके अंधेरे में डूब गए हैं। घरों और वाहनों पर बर्फ की मोटी परत बिछ गई है। तेज हवाओं से जगह-जगह पेड़ गिर गए हैं। बिजली की तारों को भी नुकसान पहुंचा है। तूफान की वजह से कनाडा के पास ग्रेट लेक्स से मैक्सिको की सीमा से लगे रियो ग्रांडे तक का इलाका प्रभावित हुआ है। मौसम संबंधी सलाह या चेतावनी के दायरे में अमेरिका की करीब 60 प्रतिशत आबादी है। लोगों को क्रिसमस भी अंधेरे में मनानी पड़ी है। मौसम की वजह से हजारों लोगों की छुट्टियां बर्बाद हो गई है। बताया जा रहा है कि खराब मौसम का कहर अभी पांच दिनों तक रह सकता है। विमानों की आवाजाही पर नजर रखने वाली वेबसाइट ‘फ्लाइटअवेयर’ के मुताबिक, रविवार को करीब 1,707 घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें रद्द की गईं।
पांच बिंदुओं में समझें हालात:
1) कनाडा के पास ग्रेट लेक्स से लेकर मैक्सिको की सीमा पर रियो ग्रांडे तक तूफान ने कहर बरपाया है। छुट्टियां मनाने वालों और स्थानीय लोगों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। पिछले कुछ दिनों में हजारों उड़ानें रद्द की गई हैं।
2) कहा जाता है कि अमेरिका की लगभग 60 प्रतिशत आबादी मौसम की चेतावनी का सामना कर रही है। तापमान में तेजी से गिरावट आई है।
3) कई हिस्सों में इमरजेंसी सेवाएं अभी भी अटकी हुई हैं। सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में से न्यूयॉर्क का बफेलो है। न्यूयॉर्क के गवर्नर कैथी होचुल ने बताया है कि “शनिवार को शहर का लगभग हर दमकल ट्रक (fire truck) फंसा हुआ था।” अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार सुबह तक हवाईअड्डा बंद रहेगा।
4) 40 मील प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाएं और बर्फ से भरी सड़कों और गलियों ने जीना मुहाल कर दिया है। कैथी ने इसे अब तक सबसे खराब संकट कहा है।
5) अमेरिका के 48 राज्यों में तापमान में शून्य से नीचे चला गया है।
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