विपश्यना क्या है ?
विपश्यना गौतम बुद्ध द्वारा बताई गई एक बौद्ध योग साधना हैं। जो आत्म शुद्धिकरण व अंतःकरण की शांति के लिए की जाने वाली प्रक्रिया है। विपश्यना सम्यक् ज्ञान है। जो जैसा है, उसे ठीक वैसा ही देख-समझकर जो आचरण होगा, वही सही और कल्याणकारी सम्यक आचरण होगा. विपश्यना जीवन की सच्चाई से भागने की शिक्षा नहीं देता है, बल्कि यह जीवन की सच्चाई को उसके वास्तविक रूप में स्वीकारने की प्रेरणा देता है। इसके करने से मन में नकारात्मकता नहीं आती. मन में हमेशा शांति बनी रहती है।
विपश्यना की कहानी डॉ. सोनल की जुबानी
गुजरात के अहमदाबाद की निवासी डॉ. सोनल देसाई जो पेशे से एक स्त्रीरोग विशेषज्ञ है और साथ ही साथ 17 साल से विपश्यना से जुड़ी हुई है। उनसे बातचीत के दौरान उन्होंने बताया की विपश्यना ने मानो उनके जिंदगी जीने का नजरिया ही बदल दिया। उन्होंने बताया की वो 2003 से विपश्यना से जुड़ी हुई है और हाल ही में 2020 तक वे विपश्यना के 10वे कैम्प में जुड़ चुकी है।
विपश्यना के पश्चयात जीवन में परिवर्तन
“शुरुआत में 5-6 दिन काफी कठिन था ध्यान लगाना और मन को शांत करना पर वक़्त के साथ परिवर्तन होने लगा। विपश्यना ने मुझे आज में रहना सिखाया विपश्यना के लिए जब पहली बार मैं कैम्प में गई तो उसके बाद घर आते ही मुझे अपने व्यवहार में परिवर्तन की अनुभूति होने लगी और धीरे-धीरे वक़्त के साथ विपश्यना को ही मैंने रोजमर्रा की ज़िंदगी का हिस्सा बना दिया। ”
विपश्यना का आगे का सफर
विपश्यना के बारे में और जानकारी देते हुए उन्होंने बताया की विपश्यना एक प्रायोगिक मेडिटेशन प्रक्रिया है , इसमे युवाओ के लिए भी अलग कोर्स करवाया जाता है। यही नहीं जो कैम्प के द्वारा ना जुड़ पाए उनके लिए अहमदाबाद के सेंटर में हर रविवार एक सेशन किया जाता है. उन्होंने स्वंय को विपश्यना में ओर आगे बढ़ाने के लिए मुंबई यूनिवर्सिटी से VRI(VIPPASANA RESEARCH INSTITUTE) कोर्स करने की बात को भी बताया।