लोकसभा में भेजी गई एक सूचना में केंद्र सरकार (central government ने माना है कि गुजरात के 4.81 लाख परिवारों ने साल 2021-22 में सिर्फ एक बार गैस सिलेंडर (gas cylinders) भरा है। इससे भी ज्यादा चौंकाने वाली बात यह है कि इसी अवधि में प्रदेश के 6.56 लाख परिवारों ने एक बार भी गैस सिलेंडर (gas cylinders) नहीं भरा।
गुजरात राज्य में, प्रधान मंत्री उज्ज्वला योजना (Pradhan Mantri Ujjwala Yojana) के तहत 38.40 लाख से अधिक पंजीकृत गैस कनेक्शन (registered gas connections) हैं। फिर भी, अभी भी कई परिवार हैं जो इस योजना के अंतर्गत नहीं आते हैं।
जानकारी से पता चला कि कुल 31.83 लाख परिवारों ने जहां एक से तीन बार सिलेंडर भरवाया है, वहीं 22 लाख से अधिक परिवारों ने तीन या उससे अधिक बार अपने गैस सिलेंडर (gas cylinders) भरवाए हैं।
मध्यम वर्ग पर मूल्य वृद्धि के प्रभाव के प्रत्यक्ष प्रमाण में, यह पता चला है कि 2020-21 की तुलना में 2021-22 में तीन या अधिक बार रिफिल की संख्या में कमी आई है।
हालांकि, यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि यदि विधानसभा चुनावों (assembly elections) के हालिया परिणाम कोई संकेत हैं, तो मूल्य वृद्धि के अनुमान ने सत्तारूढ़ पार्टी की संभावनाओं को किसी भी तरह से प्रभावित नहीं किया है। गुजरात में राज्य सरकार ने पात्र लाभार्थियों को उज्ज्वला योजना (Ujjwala scheme) के तहत प्रति वर्ष दो मुफ्त गैस सिलेंडर देने की घोषणा की थी।राष्ट्रीय स्तर पर, लगभग 9.56 करोड़ लोग उज्ज्वला योजना (Ujjwala scheme) के अंतर्गत आते हैं। जिसमें से 1.51 करोड़ लोगों ने एक बार भी सिलेंडर रिफिल नहीं कराया है।
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