नई दिल्ली: कहना ही होगा कि डायबिटीज घर-घर की बीमारी बनती जा रही है। खासकर टाइप-2 के मरीज तो लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं। टाइप-2 डायबिटीज तब होता है जब पैंक्रियाज पर्याप्त रूप से इंसुलिन बनाना बंद कर देता है या शरीर हार्मोन के लिए प्रतिरोधी बन जाता है जो रक्त से ग्लूकोज को अवशोषित करने में मदद करता है। ब्लड में शुगर की मात्रा अधिक होना, जिसे हाइपरग्लाइकेमिया भी कहा जाता है, स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। इसलिए कि इससे हृदय रोग, मोटापा, स्ट्रोक, अंधापन और यहां तक कि कई बार अंग विच्छेद की आवश्यकता का खतरा भी बढ़ जाता है।
टाइप-2 डायबिटीज पुरानी बीमारी है। यह प्रमुख रूप से जीवन शैली की बीमारी है, जिसे सही खान-पान से नियंत्रित किया जा सकता है। विशेषज्ञ स्थिति के बेहतर प्रबंधन के लिए कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) वाले खाद्य पदार्थ खाने की सलाह देते हैं- जीआई दरअसल ब्लड शुगर के स्तर को बढ़ाने के लिए भोजन के टूटने की गति को संतुलित रखता है। इस बीच, विशेषज्ञों ने एक ऐसे मसाले का नाम दिया है जो डायबिटीज के प्रबंधन में मदद करने के लिए विशेष रूप से अद्भुत काम कर सकता है- वह है अदरक।
अदरक टाइप-2 डायबिटीज में कैसे मदद करता है?
अदरक तीखे स्वाद वाला मसाला है, जिसका सदियों से औषधि के रूप में इस्तेमाल हो रहा है। इसके अलावा यह भोजन को एक विशिष्ट और अनूठा स्वाद देता है। और अब, कई अध्ययनों से पता चलता है कि यह ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में भी कारगर हो सकता है।
यूरोपियन जर्नल ऑफ फार्माकोलॉजी के दिसंबर 2009 के संस्करण में छपे एक अध्ययन के अनुसार, अदरक के अर्क जैसे स्पाइसम इंसुलिन स्राव पर प्रभाव को उलटने के लिए सेरोटोनिन रिसेप्टर्स के साथ तालमेल करते हैं। जब अर्क के साथ इलाज किया गया, तो रोगियों ने ब्लड शुगर के स्तर में 35 प्रतिशत की प्रभावशाली गिरावट और प्लाज्मा इंसुलिन में 10 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज कराई।
इतना ही नहीं, विशेषज्ञों का कहना है कि डायबिटीज में अदरक का इस्तेमाल करने पर असरदार ढंग से शुगर कंट्रोल (ग्लाइसेमिक) होता है और इंसुलिन की संवेदनशीलता में भी सुधार होता है। साथ ही यह डायबिटीज से जुड़ी परेशानियों और जटिलताओं से बचाव करता है। डायबिटीज के रोगियों को लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) वाली चीजों से फ़ायदा होता है, क्योंकि इनसे ग्लूकोज खून में धीमी मात्रा में रिसता है, जो ब्लड शुगर लेवल को तेजी से नहीं बढ़ने देता है।
अदरक का ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) लो होता है, बल्कि नहीं के बराबर होता है। ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाली चीजों से लाभ होता है, क्योंकि ऐसी चीज़ों से ग्लूकोज़ ख़ून में धीमी मात्रा में रिसता है, जो ब्लड शुगर लेवल को तेज़ी से नहीं बढ़ने देता.
अन्य लो जीआई वाले खाद्य पदार्थ इस तरह हैं:
1. साबुत अनाज
2. बीन्स
3. दाल
4. उच्च फाइबर खाद्य पदार्थ
(डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए है, इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रुप में नहीं लिया जा सकता। कोई भी स्टेप लेने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श जरूर कर लें।)