गुजरात राज्य में अभी भी ऐसे लोगों की संख्या कम नहीं हुई है जो अवैध प्रवासियों की सूची में शामिल हो होने के लिए तैयार हैं या खतरों के बावजूद अमेरिका में जीवन जीने के लिए जुनूनी हैं। आपको बता दें गुजरात अवैध प्रवासन के बढ़ते मामलों के कारण सुर्खियों में है।
मेहसाणा के 22 वर्षीय देवर्ष शाह और मनसा, गांधीनगर की 23 वर्षीय सीमा लखवारा को उनके पासपोर्ट पर जाली क्यूबा वीजा (forged Cuban visas) के साथ पकड़े जाने के बाद मिस्र के काहिरा से निर्वासित किया गया था। जिस बात ने संदेह पैदा किया वह जाली क्यूबा वीज़ा जारी करने की तारीख थी। दस्तावेज़ों में इसे 18 सितंबर बताया गया है।
जबकि दोनों ने इस तिथि से पहले यात्रा की, 8 सितंबर को दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय (आईजीआई) हवाई अड्डे से काहिरा के लिए रवाना हुए, जहां से उन्हें क्यूबा की राष्ट्रीयता प्राप्त करने की उम्मीद में एम्स्टर्डम से क्यूबा के लिए उड़ान भरनी थी।
आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस अधिकारी के मुताबिक, आरोपी 9 सितंबर की सुबह काहिरा एयरपोर्ट पर पहुंचा. यहां, एक अधिकारी द्वारा जाली क्यूबाई वीजा पाए जाने के बाद उन्हें एम्स्टर्डम की अगली उड़ान में चढ़ने से मना कर दिया गया।
मामले की प्राथमिकी में कहा गया है, “उनके यात्रा दस्तावेजों की जांच के दौरान, यह पाया गया कि 18 सितंबर, 2023 को जारी किए गए नकली क्यूबा वीजा (counterfeit Cuban visas) उनके पासपोर्ट के सातवें पृष्ठ पर चिपकाए गए थे।”
दोनों को 10 सितंबर को निर्वासित कर दिया गया और 11 सितंबर को आईजीआई हवाई अड्डे के अंतरराष्ट्रीय टर्मिनल पर वापस आ गए। आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने उन पर धोखाधड़ी, फ्राड के उद्देश्य से जालसाजी और फर्जी दस्तावेज को असली के रूप में इस्तेमाल करने का मामला दर्ज किया है।
घटनाक्रम से जुड़े सूत्रों ने कहा कि पटेल और लखवारा से वादा किया गया था कि एम्स्टर्डम के रास्ते देश पहुंचने पर उन्हें क्यूबा की राष्ट्रीयता प्रदान की जाएगी।
एक सूत्र ने कहा, क्यूबा की राष्ट्रीयता प्राप्त करने से अवैध प्रवासियों के लिए अमेरिका में शरण लेना आसान हो जाता है। आईजीआई हवाईअड्डा पुलिस ने जाली वीजा मुहैया कराने वाले उत्तरी गुजरात और दिल्ली के मानव तस्करों (human smugglers) की भी तलाश शुरू कर दी है।