मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने भारत की जी20 की अध्यक्षता के अंतर्गत आयोजित हो रही पर्यटन कार्य समूह (टीडब्ल्यूजी) की पहली बैठक का बुधवार को कच्छ के धोरडो में शुभारंभ करते हुए साफ तौर पर कहा कि टीडब्ल्यूजी बैठक में सामूहिक चिंतन से इस क्षेत्र को नई दिशा और ऊर्जा मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने विकास में पर्यटन का उल्लेख करते हुए कहा कि देश और दुनिया की जीडीपी इस क्षेत्र का अहम योगदान है।
गुजरात को समृद्ध अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में उठाए जा रहे कदमों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि नई पर्यटन नीति के अंतर्गत राज्य में इस क्षेत्र के विकास के साथ-साथ पर्यावरण समृद्धि का एक विशेष दृष्टिकोण अपनाया गया है।
उन्होंने कहा कि दो दशक पहले आए कच्छ के भूकंप में अनेक लोगों की जानें चली गई थीं और हजारों मकान ध्वस्त हो गए थे। लेकन तत्कालीन मुख्यमंत्री और मौजूदा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अथक प्रयासों ने आपदा को अवसर में परिवर्तित कर दिया है। उनकी दूरदर्शिता और मार्गदर्शन के परिणामस्वरूप कच्छ न केवल फिर से खड़ा हो गया बल्कि विकास की राह पर तेज गति से आगे भी बढ़ रहा है।
प्रधानमंत्री ने कच्छ के रण को दुनिया के पर्यटन मानचित्र में महत्वपूर्ण स्थान दिलाया है।
सीएम भूपेंद्र पटेल ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कच्छ में औद्योगिक विकास के साथ पर्यटन की भी अपार संभावनाओं को देखते हुए रणोत्सव की शुरुआत की थी, जो आज दुनिया भर के पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना है। प्रधानमंत्री ने कच्छ के रण को दुनिया के पर्यटन मानचित्र में महत्वपूर्ण स्थान दिलाया है।
मुख्यमंत्री ने पर्यटन कार्य समूह (टीडब्ल्यूजी) की बैठक की पांच प्राथमिकताओं का जिक्र करते हुए कहा कि इनमें से एक प्राथमिकता ‘हरित पर्यटन’ भी है। कच्छ के भूकंप पीड़ितों की याद में निर्मित ‘स्मृति वन स्मारक’ हरित पर्यटन का शानदार उदाहरण है। इस स्मृति वन में बनाए गए पचास चेकडैम और 3 लाख से अधिक पौधरोपण से हरित टूरिज्म को नई दिशा मिली है।
देश में पर्यटन विकास की अपार संभावनाओं को दुनिया के समक्ष उजागर करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में इस वर्ष के अमृत बजट में पर्यटन के विकास के लिए अनेक प्रावधान किए गए हैं। प्रधानमंत्री ने ‘चैलेन्ज मोड’ के माध्यम से देश में 50 पर्यटन स्थलों का चयन किया है और इन स्थलों को आहार और पर्यटक सुरक्षा सहित तमाम पहलुओं के हिसाब से एक संपूर्ण पैकेज के रूप में विकसित करने के लिए एक योजना भी घोषित की है।
गुजरात पर्यटन विविधताओं से भरा एक ‘टूरिस्ट फ्रेंडली राज्य’
भूपेंद्र पटेल ने गुजरात को पर्यटन विविधताओं से भरा एक ‘टूरिस्ट फ्रेंडली राज्य’ करार देते हुए पर्यटन के विकास के लिए किए जा रहे प्रयासों की विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि राज्य में गांधी सर्किट, बौद्ध सर्किट और विवेकानंद सर्किट भी विकसित की जा रही है।
कैबिनेट मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने कहा कि कच्छ में रण, समुद्र और पर्वत सहित समृद्ध भौगोलिक विविधता है। यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि पर्यटन का हब बन चुके कच्छ की धरती पर जी20 की बैठक आयोजित हो रही है। जी20 की अध्यक्षता सर्वग्राही, सर्वसमावेशी और समृद्ध भारत के निर्माण की दिशा में यात्रा को और अधिक तेजी देने वाली साबित होगी।
एग्री टूरिज्म पर्यटकों को विशिष्ट अनुभव प्रदान करते हैं- रूपाला
रूपाला ने भारत में पर्यटन की संभावनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत की सांस्कृतिक और भौगोलिक विविधताएं, विश्वस्तरीय पर्यटन आकर्षण, ईको टूरिज्म, ग्रीन टूरिज्म और एग्री टूरिज्म पर्यटकों को विशिष्ट अनुभव प्रदान करते हैं। उन्होंने कहा कि पर्यटन के विकास से नए रोजगार का सृजन होता है तथा आर्थिक एवं सामाजिक दृष्टि से भी उस क्षेत्र का सर्वांगीण विकास होता है।
केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी. किशन रेड्डी ने पर्यटन को देश के ग्रोथ इंजन का अहम हिस्सा करार देते हुए कहा कि वर्ष 2022 में 6.9 मिलियन पर्यटकों ने भारत की यात्रा की थी। भारत में पर्यटन की अनेक विविधताएं हैं, तब देश का पर्यटन हब के तौर पर उचित दिशा में विकास हो रहा है। उन्होंने कहा कि के विकास के लिए नई टूरिज्म नीति के साथ नेशनल टूरिज्म मिशन भी बनाया गया है।
बैठक में राज्य के मुख्य सचिव राजकुमार, भारत सरकार के पर्यटन विभाग के सचिव अरविंद सिंह, वित्त विभाग की प्रधान सचिव मोना खंधार, अन्य विभागों के उच्चाधिकारियों के साथ जी20 देशों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।