गुजरात में कोरोना का गढ़ बने अहमदाबाद( AHAMDABAD) में लगातार बढ़ रहे कोरोना मरीजों के इलाज के दौरान एक अहम तथ्य सामने आया है , जो मरीज कोरोना के दोनों डोज नहीं लिए है उनकी हालत ज्यादा खराब हो रही है , जिनने एक डोज लिया है उनकी अपेक्षा | जिन मरीजों ने कोरोना के दोनों डोज लिए हैं उन्हें बायपेप या वेंटीलेटर तक जाने की जरुरत नहीं पड़ती |
अस्पताल में भर्ती 17 मरीजों में से जिन्हें टीके की दोनों खुराक मिली, उनमें से 12 की हालत स्थिर थी। जबकि दो मरीज बायपेप पर और 3 मरीज वेंटिलेटर पर हैं। लोगों से मेरी अपील है कि जिन लोगों ने वैक्सीन की एक भी खुराक नहीं ली है, वे कोरोना से बचाव के लिए तुरंत वैक्सीन लगवाएं.
सिविल और सोला सिविल में मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टरों और फ्रंट लाइन कर्मियों में 7 और रविवार को कोरोना पॉजिटिव आये ,जिससे यह संख्या बढ़कर 29 हो गयी है जिनमे 18 डॉक्टर और 11 फ्रंट लाइन कार्यकर्ता शामिल थे। हालांकि सभी की हालत स्थिर पायी गई है।