समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला से मुलाकात की। आगामी 2024 लोकसभा चुनाव के लिए राजनीतिक दलों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। अखिलेश यादव और शंकर सिंह वाघेला के बीच बंद कमरे में हुई बैठक के बाद अखिलेश यादव यूपी के लिए रवाना हो गए.
अखिलेश यादव ने इस दौरान कहा कि वह पारिवारिक प्रसंग में आये हैं। माना जा रहा है कि शंकरसिंह वाघेला और अखिलेश यादव के बीच हुई बैठक में राजनीतिक चर्चा भी हुई. गुजरात में समाजवादी पार्टी का एक मात्र विधायक कांधल जाडेजा है।
सपा सुप्रीमो इस दौरान केंद्र सरकार पर जमकर हमलावर रहे। 49 वर्षीय यादव ने सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी को बदले की कार्यवाही करार दिया। उन्होंने कहा कि उन तमाम लोगों पर छापेमारी की जा रही है जो ” यशगान ” में शामिल नहीं है। लालू यादव के परिवार को जांच एजैंसियों द्वारा परेशान करने का भी आरोप लगाया।
ईडी को एक्जमनेशन ऑफ डेमोक्रेसी करार देते हुए उन्होंने कहा कि जो लोग लड़ रहे है उनके यंहा छापा पड रहा है। कांग्रेस से भाजपा को सबक लेने की हिदायत देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि समय बदलने पर कांग्रेस की तरह भाजपा का भी कोई नामलेवा नहीं बचेगा।
उत्तरप्रदेश की बुल्डोजर नीति पर सवाल खड़े करते हुए उत्तरप्रदेश के विपक्षी नेता ने पूछा कि योगी सरकार क्यों टॉप टेन या टॉप हंड्रेड अपराधियों की सूची जारी नहीं करती। आतिक अहमद के परिवार पर महापौर का चुनाव ना लड़ने का दवाब बनाया गया। यह उनके परिवार ने कहा है। किस तरह से भाजपा और अपराधी मिलकर सपा के खिलाफ लड़ रहे हैं।
अखिलेश यादव पिछले लम्बे समय से 2024 के आम चुनाव से पहले विपक्षी नेताओं को गोलबंद करने में लगे है। शंकर सिंह वाघेला ने 8 मार्च की रात को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की थी।
मंदिर के ‘प्रसाद’ में बदलाव का विरोध: कांग्रेस विधायक गुजरात विधानसभा से निलंबित