सूरत की लैब में तैयार हीरे (LGDs) इस वैलेंटाइन डे पर अमेरिकी रोमांस में जमकर चमक बिखेरेंगे। सूरत के ज्वैलर्स अमेरिका से वी-डे के ऑर्डर को पूरा करने के लिए ओवरटाइम काम कर रहे हैं। विशेष रूप से दिल के आकार के लैब-ग्रो सॉलिटेयर के लिए, जो आर्थिक मंदी के समय भावनाओं को व्यक्त करने के लिए काफी डिमांड में हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि प्यार का इजहार दिल के आकार जैसे हीरे ही कर सकता है। नेचुरल डायमंड को खरीदने पर 8,000 डॉलर से 10,000 डॉलर (6.5 लाख-8.25 लाख रुपये) खर्च होंगे। एक आदर्श दिल के आकार में तराश देने से नेचुरल हीरे की कीमत कई गुना बढ़ जाती है। जबकि लैब में बने हीरे को 1,000 डॉलर (लगभग 82,500 रुपये) से कम में खरीदा जा सकता है, जो इसे एक किफायती और आकर्षक उपहार बनाता है।
एलजीडी एसोसिएशन के अध्यक्ष बाबू वघानी ने कहा, “एलजीडी सॉलिटेयर की मांग एक साल में दोगुनी हो गई है। मूल्य में गिरावट के कारण एलजीडी ग्राहकों के लिए और अधिक किफायती हो गया है, जबकि निर्माताओं के लिए मुनाफा कम हो गया है।” उन्होंने कहा, “सॉलिटेयर ज्वैलरी इसकी समृद्धि और लागत के कारण सबसे अधिक मांग वाला एलजीडी उत्पाद है। हमने वैलेंटाइन डे के लिए खास तरह के प्रोडक्ट तैयार किए हैं और दिल जैसे विशिष्ट आकार के लिए भी ऑर्डर प्राप्त किए हैं।”
हीरे के आभूषणों के लिए सबसे बड़ा बाजार अमेरिका है, जहां महंगाई ने नेचुरल हीरों के खरीदारों को LGD विकल्पों की ओर मोड़ दिया है। इसके साथ ही, रासायनिक वाष्प जमाव (Chemical Vapour Deposition) का उत्पादन भी एक साल पहले के 2.5 लाख कैरेट से बढ़कर 5 लाख कैरेट हो गया है।
इंडियन डायमंड इंस्टीट्यूट (आईडीआई) के चेयरमैन दिनेश नवदिया ने बताया कि बढ़ती मांग ने उत्पादन में वृद्धि को बढ़ावा दिया है। उन्होंने कहा, “एलजीडी में 1,000 डॉलर के भीतर एक सॉलिटेयर दिल का आकार प्राप्त करना संभव है, जबकि नेचुरल हीरे में 8,000 डॉलर से अधिक की लागत आती है। लागत और गुणवत्ता के कारण हमें सॉलिटेयर ज्वैलरी के ऑर्डर मिल रहे हैं।’ एलजीडी उत्पादक और पॉलिशर, ग्रीनलैब डायमंड्स के स्मित पटेल ने कहा कि दिल जैसे विशिष्ट आकार की मांग में कई गुना वृद्धि देखी जा रही है।
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