राज्य के जीएसटी विभाग ने टैक्स चोरी के मामलों के खिलाफ अभियान शुरू किया है। फर्जी बिलिंग मामलों के अनुसार फर्जी बिलिंग का पंजीकरण गरीब और जरूरतमंद व्यक्तियों को उनके नाम पर फर्म स्थापित करके वित्तीय लालच देकर चलाया जा रहा है। इस संबंध में जीएसटी विभाग ने ऐसी इकाइयों के रिहायशी और चरणबद्ध इलाकों में छापेमारी की, जिसमें नौ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
पिछली जांच को ध्यान में रखते हुए, जीएसटी विभाग द्वारा फर्जी बिलिंग गतिविधियों में कीर्तिराज पंकजभाई सुतारिया, जिन्हें लालाभाई भी कहा जाता है, उन्हे गिरफ्तार किया गया है।
कीर्तिराज पंकजभाई सुतारिया, मीनाबेन रंगसिंह राठौड़ (ज़ाला), अफजल सादियाली सवजानी सहित अन्य ने कुल 24 इकाइयों का संचालन किया है। साथ ही 577.32 करोड़ बिल जारी किए गए। साथ ही 104.94 करोड़ रुपये का क्रेडिट दूसरों को ट्रांसफर किया गया। आगे की जांच के साथ यह आंकड़ा और बढ़ने की संभावना है। इस मामले में आगे की जांच जारी है।
गिरफ्तार आरोपियों के नाम :
1. मीनाबेन रंगसिंह राठौड़ (ज़ाला)
2. अफजल सादियाली सावजानी
3. जाहिदभाई युसुनभाई काबरिया
4. गोस्वामी रोहतगिरी नटवरगिरी
5. विक्रमभाई बोधभाई बरैया
6. एजाज हनीफभाई शेख
7. रोहित भाई बाबूभाई दाभी
8. मोहम्मद अब्बास रफीत अली मेघानी
9. शबाना असलम कालीवाला