IMF ने वर्ष 2020-21 में भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए अनुमानित 9.5% विकास दर में कोई बदलाव नहीं करने का सुझाव दिया है, जो इस साल जुलाई में 12.5% से 300 आधार अंकों की कमी आई थी।
इसके विपरीत, 2021 के लिए वैश्विक विकास अनुमान को मामूली रूप से संशोधित कर 5.9% कर दिया गया है और 2022 के लिए 4.9% पर अपरिवर्तित है।
अमेरिका के इस साल छह फीसदी और अगले साल 5.2 फीसदी की दर से बढ़ने का अनुमान है। चीन के 2021 में 8 फीसदी और 2022 में 5.6 फीसदी की दर से बढ़ने का अनुमान है।
कोविड -19 महामारी के प्रसार को रोकने के लिए देशव्यापी लोकडाउन की घोषणा की गई थी। भारत ने पिछले साल लगातार दो तिमाहियों में नकारात्मक वृद्धि के साथ अपनी अर्थव्यवस्था के लिए नकारात्मक दृष्टिकोण देखा था। हालांकि, कोविड के मामलों में गिरावट के साथ, देश में आर्थिक गतिविधि धीरे-धीरे गति पकड़ रही है और सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही में अभूतपूर्व 20.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
इसके विपरीत, 2021 के लिए वैश्विक विकास अनुमान को मामूली रूप से संशोधित कर 5.9% कर दिया गया है और 2022 के लिए 4.9% पर अपरिवर्तित है।