- अनियमितता के दो मामले दर्ज
- कड़ी सुरक्षा में हुयी एलआरडी परीक्षा
- अनियमितता के दो मामले दर्ज
सरकारी भर्ती परीक्षा में पेपर लीक के कई मामलों के बाद आखिरकार आज एलआरडी की लिखित परीक्षा संपन्न हो गयी , दो अनियमियता के मामले दर्ज किये गए जिसमे एक सूरत और एक गांधीनगर में दर्ज किया गया। एलआरडी भर्ती समिति द्वारा किसी भी तरह की घटना से बचने के लिए एहतियाती कदम उठाए गए थे ।
परीक्षा के ढाई घंटे पहले उम्मीदवारों को परीक्षा केंद्र में प्रवेश दिया गया।954 केंद्रों पर आयोजित की गयी परीक्षामें पहली बार शिक्षकों के अलावा पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है. अभ्यर्थियों को भी कड़ी जाँच के बाद परीक्षा केंद्र में प्रवेश दिया गया , छात्रों के जूते-मोजे भी उतार कर चेकिंग की गयी।
एलआरडी की परीक्षा में अहमदाबाद के एक सेंटर में बेहाल भावुक नजारा देखने को मिला। दंपति डेढ़ साल के बच्चे को लेकर दाहोद से परीक्षा देने पहुंचा था। महिला परीक्षार्थी अपने पति और डेढ़ साल के बच्चे को लेकर दाहोद से अहमदाबाद आई है। महिला परीक्षा दी और केंद्र के बाहर पिता बच्चे की देखभाल करते नजर आए। उन्होंने दो पेड़ों के बीच झूला बांधकर बच्चे को सुला दिया।
जिले के 954 केंद्रों से 2.95 लाख उम्मीदवार परीक्षार्थी में शामिल होने थे । पेपर लीक और अन्य विवादों का विषय रही इस परीक्षा के लिए अब तक खास नियम बनाए गए हैं। पहली बार छात्रों की मौजूदगी में पेपर सील किया गया । एलआरडी भर्ती समिति के प्रमुख हसमुख पटेल ने बताया की शांतिपूर्ण माहौल में परीक्षा संपन्न हुयी , जिसमे दो अनियमितता के मामले दर्ज किये गए।
डेढ़ साल के बेटे को लेकर परीक्षा देने आई महिला
दाहोद से एक दंपति 1.5 साल के बच्चे को लेकर एलआरडी की परीक्षा देने पहुंचा है. परीक्षा के लिए आज जब परीक्षा हो रही है तो परीक्षार्थी छेवाड़ा से पहुंच हमदाबाद के दिव्यापथ स्कूल में एक ऐसा मामला सामने आया जहां महिला सशक्तिकरण की मिसाल देखने को मिली.
साथ ही उनकी प्रगति में महिलाओं के साथ पुरुषों के भी सहभागिता का मामला देखने को मिला। दाहोद के फतेहपुर गांव के सलारा गांव की एक महिला वर्षाबेन मछार अपने बच्चे को लेकर परीक्षा देने अहमदाबाद आई है. परीक्षा के दौरान बच्चे को सभालने के लिए उसका पति भी साथ आया है। वर्षाबेन परीक्षा केंद्र पर गई तो पति ने दो पेड़ों के बीच दुपट्टा बांधकर बच्चे को सुलाते नजर आया।
महिला और उसका पति अलकेशभाई बीती रात 11 बजे दाहोद से निकले थे। माता-पिता भी थोड़े चिंतित हैं क्योंकि गर्मी बढ़ जाती है बच्चा थोड़ा बीमार हो जाता है वर्षाबेन को चिंता हुई, तो अलकेशभाई ने कहा, “तुम जाओ और शांति से परीक्षा दो, मैं बच्चे को सभालूँगा ।” अलकेशभाई ने कहा कि उन्होंने भी पहले एलआरडी के लिए फिजिकल टेस्ट दिया था। जिसमें वे फेल हो गए। लेकिन पत्नी गुजर पास हो गयी इसलिए मै उसे लिखित परीक्षा दिलाने आया हूँ। वर्षाबेन का कहना है कि उनके पति और ससुर का समान समर्थन है, इसलिए वे आज परीक्षा में शामिल हो पायी
तस्वीर – हनीफ सिंधी