यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं मुहैया कराने के लिए गुजरात में सूरत हवाईअड्डे की सूरत बदली जाएगी। यह घोषणा नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने बुधवार को की। मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि वह इस उद्देश्य से 353 करोड़ रुपये की बुनियादी ढांचा विस्तार योजनाओं के साथ बदलाव के लिए तैयार है।
353 करोड़ की विकास परियोजना में मौजूदा टर्मिनल भवन को 8,474 वर्गमीटर से बढ़ाकर 25,520 वर्गमीटर तक विस्तार करना शामिल है। टर्मिनल भवन के विस्तार के अलावा विमान खड़ी करने की जगह पर पांच पार्किंग बे से बढ़ाकर 18 पार्किंग बे तक विस्तार और समानांतर टैक्सी ट्रैक (2905 मीटर X 30 मीटर) का निर्माण कार्य भी प्रगति पर है।
मंत्रालय ने कहा, “सूरत, गुजरात की वित्तीय राजधानी और भारत में हीरा और कपड़ा व्यवसाय का केंद्र है। यह शहर बड़ी संख्या में हवाई यात्रियों को आकर्षित करता है। यात्री यातायात में शानदार वृद्धि को देखते हुए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) 353 करोड़ रुपये की परियोजना लागत के साथ इस हवाई अड्डे के समग्र विकास की दिशा में व्यापक रूप से काम कर रहा है।”
बयान में कहा गया है कि परियोजना के पूरा होने के बाद नए अत्याधुनिक विस्तारित टर्मिनल भवन में व्यस्त समय के दौरान 1200 घरेलू और 600 अंतरराष्ट्रीय यात्री आ-जा सकेंगे। इस तरह नए टर्मिनल भवन की वार्षिक यात्री क्षमता 26 लाख हो जाएगी। सभी आधुनिक यात्री सुविधाओं से लैस टर्मिनल भवन में 20 चेक-इन काउंटर, पांच एयरोब्रिज, इन-लाइन बैगेज हैंडलिंग सिस्टम, आने वाले यात्रियों के लिए पांच कन्वेयर बेल्ट होंगे। नए टर्मिनल भवन में 475 कारों को खड़ी करने की क्षमता वाला एक पार्किंग क्षेत्र भी होगा।
इस आधुनिक टर्मिनल बिल्डिंग के इंटीरियर डिजाइनिंग में गुजरात की संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी। टर्मिनल भवन के विस्तार का 58 प्रतिशत से अधिक कार्य पूरा हो चुका है और भवन 31 दिसंबर, 2022 तक बनकर तैयार हो जाएगा। सूरत हवाई अड्डा देश भर में बड़ी संख्या में व्यापारिक समुदाय को पूरा करता है, क्योंकि यह देश भर के 16 शहरों से सीधे जुड़ा हुआ है। हवाई अड्डे का नया विश्व स्तरीय टर्मिनल भवन इस औद्योगिक शहर से कनेक्टिविटी को बढ़ाएगा, जिससे क्षेत्र के समग्र विकास को गति मिलेगी।