नई दिल्लीः 200 करोड़ रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग मामले के मुख्य आरोपी सुकेश चंद्रशेखर ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उपराज्यपाल (LG) विनय कुमार सक्सेना को लिखे पत्र में उसने केजरीवाल के अलावा दिल्ली के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन पर भी “मानसिक रूप से परेशान करने और धमकी देने” के आरोप लगाए हैं।
चंद्रशेखर ने कहा है कि आप के नेता उनके और उनसे जुड़े अन्य लोगों के खिलाफ दायर शिकायतों को वापस लेने के लिए उसे परेशान कर रहे हैं।
उपराज्यपाल को लिखे अपने पत्र में चंद्रशेखर ने आरोप लगाया, ”दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और सत्येंद्र जैन ने जेल प्रशासन और उनके वफादार जेल कर्मचारियों के माध्यम से मुझे गंभीर रूप से धमकाया और परेशान किया। एक महीने पहले जब मैं मंडोली में जेल नंबर-14 में बंद था, तब सत्येंद्र जैन ने राजेंद्र को अधीक्षक (Superintendent) और जय सिंह को उप अधीक्षक (Deputy Superintendent) नियुक्त किया था। दोनों अफसर सत्येंद्र जैन के भरोसेमंद थे। दोनों को मुझे धमकाने और फिर से जबरन वसूली शुरू करने के लिए नियुक्त किया था। लेकिन मैं इस पर अडिग था कि उनकी धमकियों और दबाव के आगे नहीं झुकूंगा।”
चंद्रशेखर ने आरोप लगाया कि पिछले हफ्ते जैन ने उसे उनकी मांगों को स्वीकार करने और मेरे कब्जे में उनके खिलाफ सभी सबूत सौंपने का “अंतिम अवसर” दिया था। 31 दिसंबर को यह संदेश उन्होंने जेल-14 के अधीक्षक के माध्यम से दिया था।
सुकेश ने आरोप लगाया कि हाई पावर कमेटी और मीडिया को दिए गए सभी बयानों को वापस लेने के बदले में जैन ने उसे कर्नाटक विधानसभा चुनाव में एक सीट और पंजाब में रेत खनन (sand mining) के ठेके की पेशकश की थी। साथ ही उससे अपने खिलाफ सभी चैट, स्क्रीनशॉट और वॉयस रिकॉर्डिंग सौंप देने को कहा था।
एलजी को लिखे इस पत्र को सुकेश के वकील अनंत मलिक ने पब्लिक किया है। इसमें बताया गया है, “उन्होंने (जैन) आगे चेतावनी दी कि अगर मैं सहमत नहीं हूं, तो वह सुनिश्चित करेंगे कि मुझे मंडोली की एक जेल से दूसरी जेल में ट्रांसफर कर दिया जाए और इस तरह से सताया जाएगा कि मैं खुद आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो जाऊंगा। या नहीं तो सुशांत सिंह राजपूत की तरह ही अंजाम भुगतना होगा। 48 घंटे में इस पर फैसला नहीं करने पर नतीजा भुगतने की धमकी दी गई।”
चंद्रशेखर ने सात जनवरी को आरोप लगाया था कि बिना किसी कारण के जेल-14 से जेल-13 में उसे भेज दिया गया। उसने कहा है, ” मैं पहले जिस जेल-14 में बंद था, उसकी तुलना में इस जेल-13 में कई बड़े खूंखार अपराधी और गैंगस्टर बंद हैं। जेल-14 की क्षमता 250 कैदियों की थी, जबकि जेल-13 की क्षमता 1600 कैदियों को रखने की है।”
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