श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे मंगलवार को अपने ही देश में तब अपमानजनक स्थिति में फंस गए, जब हवाई अड्डे के आव्रजन कर्मचारियों ने उन्हें देश से बाहर निकलने से रोक दिया।
इस बीच, श्रीलंका के पूर्व वित्त मंत्री और राजपक्षे के छोटे भाई बासिल राजपक्षे को भी मंगलवार को कोलंबो हवाई अड्डे से वापस कर दिया गया, क्योंकि उन्होंने अपने शक्तिशाली परिवार के खिलाफ बढ़ते गुस्से और सबसे खराब आर्थिक संकट के बीच वीआईपी टर्मिनल के जरिये देश छोड़ने का प्रयास किया था।
71 वर्षीय बासिल ने संकट में घिरे देश को छोड़ने की कोशिश तब की, जब इसके एक दिन बाद ही संसद के अध्यक्ष महिंदा यापा अबेवर्धने द्वारा राष्ट्रपति राजपक्षे के इस्तीफे की सार्वजनिक रूप से घोषणा करने की उम्मीद है।
ऐसे में हर किसी के मन में यह सवाल है कि श्रीलंका में आगे क्या होने वाला है। इन सवालों का इन तिथियों से जवाब मिल सकता है:
13 जुलाई: श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे के अस्थायी राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने की संभावना है। श्रीलंका के संविधान के अनुसार, मौजूदा राष्ट्रपति के इस्तीफा देने के बाद प्रधानमंत्री स्वतः ही राष्ट्रपति बन जाते हैं। विक्रमसिंघे पर हर बार भ्रष्ट राजपक्षे की सहायता करने और उन्हें उकसाने का आरोप है।
• 13 जुलाई: राजपक्षे ने देश के अभूतपूर्व आर्थिक संकट को लेकर अपने खिलाफ व्यापक विरोध को देखते हुए बुधवार को इस्तीफा देने और “सत्ता के शांतिपूर्ण हस्तांतरण” का रास्ता साफ करने का वादा किया है।
• 15 जुलाई: श्रीलंका की संसद बुलाई जाएगी। राजपक्षे के जाने के एक महीने के भीतर संसद में मतदान के जरिये उत्तराधिकारी का चुनाव किया जाना चाहिए। लेकिन स्पीकर ने एक सप्ताह के भीतर ही नए नेता का वादा किया है। हालांकि, रविवार को यह स्पष्ट नहीं था कि राजपक्षे की जगह लेने के लिए कौन सांसदों के बीच पर्याप्त समर्थन जुटा पाएगा। अल्पसंख्यक तमिल विधायक धर्मलिंगम सीताथन ने मीडिया को बताया, “हम खतरनाक अनिश्चितता की ओर बढ़ रहे हैं। गोटा को सत्ता के लिए संकट देखते ही इस्तीफा दे देना चाहिए था।”
• 19 जुलाई : राष्ट्रपति पद के लिए नामांकन मांगे जाएंगे।
• 20 जुलाई: सांसदों द्वारा नए राष्ट्रपति का चुनाव किया जाएगा।