तमाम तरह की रोक के बावजूद देश भर के बड़े-बड़े संस्थानों (institutions) से रैगिंग की सूचनाएं आ ही रही हैं। ऐसी ही एक सूचना अहमदाबाद के बीजे मेडिकल कॉलेज से आई है।
रैगिंग के खिलाफ खड़े होने का संकल्प लेते हुए कॉलेज में सेकेंड ईयर के छह छात्रों ने एक लिखित शिकायत की है। इसमें “कई महीनों” से बार-बार शारीरिक शोषण (physical abuse) होने की सूचना दी है। आरोपी हड्डी रोग विभाग के ही सीनियर हैं। शिकायत में कहा गया है, “घूंसे, थप्पड़ और पैरों से उनकी पिटाई की गई। उठक-बैठक लगाने के लिए भी मजबूर किया जाता है। गाली-गलौज की जाती है। रैगिंग के कारण उनमें से एक को हाल ही में कान में गंभीर चोट आई थी।’
यूनिवर्सिटी एक अधिकारी ने कहा है कि लिखित शिकायत के आधार पर तीनों को तलब किया गया। उनके जवाब की एक रिपोर्ट पीजी के डायरेक्टर को सौंप दी गई है।
इस बीच, जब अन्य छात्रों से पूछा गया तो अधिकतर ने इस घटना पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। नाम न छापने की शर्तों पर एक शिक्षक ने कहा कि छात्रों को कैंपस में रैगिंग की घटना की सूचना देने के लिए अक्सर कहा जाता है।
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