इस महीने की शुरुआत से क्रिप्टो ट्रांजैक्शंस पर एक प्रतिशत का टीडीएस लागू होने से क्रिप्टो एक्सचेंजों की ट्रेडिंग वॉल्यूम में भारी गिरावट आई है। पिछले कुछ दिनों में CoinDCX, BitBNS, WazirX और Zebpay पर प्रतिदिन की औसत ट्रेडिंग वॉल्यूम घटकर लगभग 56 लाख डॉलर होने की खबर है। जून तक यह आंकड़ा लगभग एक करोड़ डॉलर का था।
सूत्रों के अनुसार, ट्रेडिंग वॉल्यूम में 72 प्रतिशत तक की गिरावट हुई है। क्रिप्टो एक्सचेंजों BitBNS और CoinDCX पर ट्रेडिंग वॉल्यूम क्रमशः 37.4 प्रतिशत और 90.9 प्रतिशत कम हुई है। अप्रैल में वर्चुअल डिजिटल एसेट्स (वीडीए) से प्रॉफिट पर 30 प्रतिशत का टैक्स लागू हुआ था। इसके बाद से क्रिप्टो ट्रेडर्स के लिए प्रॉफिट हासिल करना मुश्किल हो गया है। इस महीने से प्रत्येक क्रिप्टो ट्रांजैक्शन पर एक प्रतिशत का टैक्स कटने का मतलब है कि क्रिप्टोकरेंसीज की खरीद और डिपॉजिट पर एक प्रतिशत टैक्स चुकाना होगा, जिससे इनवेस्टर्स पर दबाव बढ़ गया है।
एक भारतीय YouTuber के अनुसार, नए कानून के प्रभावी होने के बाद से एक्सचेंज काफी मात्रा में धन नहीं जुटा पाए हैं। अधिकांश व्यापारियों ने पारंपरिक एक्सचेंजों से दूर रहने का विकल्प चुना है। YouTuber ने कहा कि शीर्ष 4 भारतीय एक्सचेंज वर्ष की शुरुआत से ही हर दिन औसतन 21,000 डॉलर ही कमा पाए हैं।
YouTuber ने यह भी बताया कि बड़े पैमाने पर टैक्स का भुगतान करने के कारण आने वाले महीनों में व्यापारियों के लिए क्रिप्टो व्यापार कैसे संभव नहीं होंगे। हाल ही में WaxirX के एक प्रवक्ता ने कहा कि नया एक प्रतिशत का लेवी क्रिप्टो बाजार के सभी उत्पादों के लिए था। क्रिप्टो के अलावा, क्रिप्टो बाजार के अन्य पहलुओं में एनएफटी भी हैं। एक प्रतिशत टीडीएस अभी भी अगले तीन महीनों के लिए प्रभावी रहेगा, क्योंकि सरकार क्रिप्टो बाजार पर लेवी के प्रभाव की निगरानी कर रही है।
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