अहमदाबादः गुजरात की प्रमुख केमिकल कंपनियों के शेयरों में जनवरी के पहले 20 दिनों में 19% तक की गिरावट आई है। ऐसा तरलता (liquidity) की कमी, कमजोर मांग और कच्चे माल की आसमान छूती कीमतों के कारण हुआ है। किरी इंडस्ट्रीज, जीएसएफसी, मेघमनी फाइनकेम, अतुल लिमिटेड, जीएसएफसी और गुजरात फ्लोरोकेमिकल्स जैसी कंपनियों ने 2023 में अपने स्टॉक की कीमतों में कम से कम 10% की गिरावट देखी है।
विश्लेषकों ने इसके लिए तीसरी तिमाही के कमजोर प्रदर्शन के साथ-साथ केमिकल सेक्टर में दिखाई देने वाली मंदी को जिम्मेदार ठहराया है। इसे स्पष्ट करते हुए अहमदाबाद में एक स्टॉक ब्रोकिंग फर्म के सीनियर रिसर्चर भाविक पटेल ने कहा, “केमिकल इंडस्ट्री कच्चे माल की कीमतों में भारी वृद्धि के बाद बड़े पैमाने पर लागत के दबाव (cost pressures) से जूझ रहा था। इसके कारण ज्यादातर कंपनियों के लिए तीसरी तिमाही का प्रदर्शन कमजोर रहा। लागत दबावों ने कंपनियों की कार्यशील पूंजी की जरूरतों को बढ़ा दिया, जबकि पश्चिमी दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में मंदी के कारण मांग कमजोर रही।”
पटेल ने कहा, “सप्लाई में बाधा, उच्च ऊर्जा (higher energy) और माल ढुलाई लागत ने कंपनियों के मुनाफे को कम कर दिया है।” जिन केमिकल दिग्गजों के शेयर की कीमतों में गिरावट देखी गई उनमें दीपक नाइट्राइट लिमिटेड (5%), मेघमनी ऑर्गेनिक्स (5%), बोडल केमिकल्स (7%), अनुपम रसायन (4%) और गुजरात अल्कलीज (6%) शामिल हैं। विश्लेषकों ने यह भी कहा कि आपूर्ति की कमी में आसानी और मांग में सुधार उद्योग के लिए थोड़ी राहत साबित हो सकता है।
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