राज्य जीएसटी विभाग (SGST Department ) को सिस्टम आधारित डेटा विश्लेषण के माध्यम से फर्जी बिलिंग या कर चोरी का सुराग मिलता है। लिहाजा, इस लीड के आधार पर फर्जी बिलिंग और टैक्स चोरी को रोकने के लिए एसजीएसटी विभाग ने राज्यव्यापी तलाशी अभियान चलाया है.
इस कार्रवाई में एसजीएसटी विभाग ने 115 फर्मों के 205 स्थानों का निरीक्षण किया है। जिसमें अब तक 41 फर्जी कंपनियां पकड़ी जा चुकी हैं। इसमें अहमदाबाद की 14, वडोदरा की 12, सूरत की 9, भावनगर की 3, राजकोट की 1 और गांधीधाम की 2 पीढ़ियां शामिल हैं।
उपरोक्त सभी 41 फर्जी फर्मों ने 465 करोड़ रुपये का सालाना कारोबार दिखाया है। इन फर्मों ने रुपये के झूठे करों को पारित करने के उद्देश्य से स्क्रैप, लौह-अलौह धातु, रसायन, रेत आदि जैसी वस्तुओं के बिल जारी किए हैं। 85 करोड़ की टैक्स चोरी का मामला सामने आया है. इसको लेकर फिलहाल एसजीएसटी विभाग का सत्यापन कार्य जारी है। साथ ही इस कर चोरी में शामिल लोगों की तलाश की जा रही है।
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