जब वह 2010 के रियलिटी शो- डांस संग्राम- में भाग ले रहे थे, तब दिवंगत कोरियोग्राफर सरोज खान ने उनके लिए उपनाम रखा था। उन्होंने अविनाश द्विवेदी के “रोबोटिक्स स्टेप्स” की सराहना करते हुए बतौर आशीर्वाद उन्हें प्रतियोगिता के दौरान तीन बार 101 रुपये दिए थे। वह बताते हैं, “उन्होंने तब मुझे ‘अक्षय जैक्सन’ कहा था, क्योंकि मैं अपने डांस में अक्षय कुमार और माइकल जैक्सन की शैलियों को मिलाता था।”
तब छोटे शहर का लड़का नया-नया ही मुंबई आया था। सेट पर चौंधिया देने वाली रोशनी और पूरे माहौल से इतना डर गया था कि एक बार सरोज खान के सामने परफॉर्म करते हुए वह अपना एक्ट ही भूल गया था। वह कृतज्ञतापूर्वक याद करते हुए कहते हैं, “मास्टरजी ने मेरा आत्मविश्वास बढ़ाया, मुझे एक मां की तरह प्रोत्साहित किया।”
अविनाश ने शो जीत लिया था। अचानक मिली प्रसिद्धि से दिमाग का चकरा जाना अभी भी याद है। वह याद करते हैं, “मैं उस पल को कभी नहीं भूलूंगा, जब खुद को टेलीविजन पर विजेता के रूप में देखा था। विजेता के रूप में अपने नाम की घोषणा के बाद में सबकी निगाहों में आ गया था।” आज की तारीख में वह डांस प्लस जैसे शो को जज करना चाहते हैं, जो उनका पसंदीदा है।
इस बीच, 11 साल बाद वह एक म्यूजिक वीडियो- कहानी- के के साथ तैयार हैं, जो महीने के अंत तक रिलीज होनी चाहिए। अविनाश ने कहा, “मैं अभिनय, लेखन, व्लॉगिंग और कॉमेडी करने में इतना व्यस्त हो गया था कि इतने वर्षों तक डांस के लिए समय ही नहीं निकाल पाया। इस म्यूजिक वीडियो को करने का मेरा मुख्य कारण यही था। एक बार जो डांसर बन जाता है, वह हमेशा डांसर ही रहता है।”
इस म्यूजिक वीडियो के गीत में डांस का एक रूप- “शफल स्टेप्स”- है, जो इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब ट्रेंड कर रहा है। वह बताते हैं, “मैंने किसी भारतीय गीत में किसी को ऐसा करते नहीं देखा। कुछ हफ्ते पहले निर्देशक इमरान फर्नीचरवाला ने मुझसे संपर्क किया और जब मैंने गाना सुना, तो मुझे लगा कि “शफल स्टेप्स” इसके साथ अच्छा लगेगा। इमरान भाई को भी यह आइडिया पसंद आया। यह कोई बड़ी चुनौती नहीं थी। लेकिन हां, हम इस बारे में अनिश्चित थे कि कैमरे पर स्टेप्स कैसे दिखेंगे। ”
भले ही स्पेप्स दो बार करने पड़े और उनमें बहुत तालमेल की आवश्यकता थी, लेकिन नतीजे से अविनाश खुश हैं। वह कहते हैं, “कभी-कभी मैं अपनी टाइमिंग के साथ गलत हो जाता था, तो कभी-कभी ऐसा साथी कलाकार निशिता मित्रा या अन्य डांसर्स सो हो जाता था। कई मौकों पर फोटोग्राफी के डायरेक्टर का फोकस नहीं बनता था, क्योंकि गति के साथ मूवमेंट काफी तेज होते थे। इससे कई टेक और रीटेक हुए। ऐसे में भावों के साथ हर बार समान उस्ताह बनाए रखना मुश्किल हो जाता था। ” वह याद करते हुए कहते हैं कि कैसे जब वे घर पहुंचते थे, तो एक ट्रेंड डांसर होने के बावजूद उनके घुटने काम करने बंद कर देते थे।
उनकी बेचैनी को बढ़ाने के लिए एक दिन पत्नी संभावना सेठ भी अविनाश को बताए बिना उनके माता-पिता के साथ सेट पर आ गई थीं। वह हंसते हुए कहते हैं, “मैं बहुत सचेत था, क्योंकि मेरे माता-पिता देख रहे थे, हालांकि उस दिन मैंने सबसे अच्छा काम किया।”
राम कमल मुखर्जी द्वारा लिखित और निर्देशित रिक्शावाला उनके लिए बड़ी चुनौती थी। इसमें अविनाश ने मुख्य भूमिका निभाई थी। उसमें रिक्शा खींचने की तकनीक सीख लेने के बावजूद वह लड़खड़ा गए थे। कोलकाता की गलिया संकरी हैं और रिक्शा पीछे से चौड़ा होता है। इससे वह खड़ी बाइक, साइकिल और कभी-कभी दुकानों के बाहर रखे सामान तक को गिरा देते, जिससे गरमागरम बहस हो जाती। वह बताते हैं, “एक खाली रिक्शा और उसमें एक या दो यात्रियों को बैठाकर खींचने में अंतर होता है। इसमें संतुलन बदल जाता है।” उन्होंने बताया कि फिल्म में उनका घर एक असली रिक्शावाले का था और उन्होंने सचमुच अपने चरित्र को जीया।
ऐसा ही एक और चुनौतीपूर्ण काम यात्रा डॉट कॉम के लिए विज्ञापन का था, जिसमें उन्होंने एक छात्र नेता की भूमिका निभाई थी। अविनाश हंसते हुए बताते हैं, “मैं लगभग 12 घंटे तक चिल्लाता रहता था और फिर संवाद बोलने के लिए गला साफ करने की खातिर बहुत सारा गर्म पानी पीना पड़ता था, जो हमने किया। मुझे राजनीति पसंद है, लेकिन इसेके बाद मुझे नहीं लगता कि मैं इसमें उतरना चाहूंगा।”
पत्नी संभावना के बारे में पूछने पर उन्होंने उन्हें “शानदार सहयोगी” बताया। वे अपने YouTube चैनल पर मिलकर व्लॉगिंग करते रहे हैं और अब वे एक डांस रियलिटी शो या म्यूजिक वीडियो भी साथ करना चाहते हैं। क्या एक ही पेशे में रहने से कई बार मतभेद नहीं होता? उन्होंने इनकार करते हुए कहा, “इस रिश्ते में कोई अहंकार नहीं है। संभावना मेरी ताकत, मेरी दर्शक और आलोचक हैं। वह मेरे काम के बारे में कटु आलोचक हो सकती हैं, लेकिन मुझे पता है कि वह मेरे लिए 100 प्रतिशत सच्ची और मददगार हैं।”
क्या वह किसी दिन पत्नी की तरह बिग बॉस के घर में प्रवेश करना चाहेंगे? अविनाश ने कहा कि फिलहाल 3-4 महीने किसी को देने में कोई दिलचस्पी नहीं है। इसके साथ ही वह यह भी कहते हैं कि यह खुद को बेहतर तरीके से जानने का अच्छा तरीका है। उन्होंने कहा, “संभावना मुझे बताती है कि कैसे कभी-कभी आपका दिमाग काम करना बंद कर देता है और हर समय मनोवैज्ञानिक खेल खेलने के कारण आप नियंत्रण खो देते हैं। यह ऑटोपायलट होने जैसा है, आप जानते हैं कि आप गलत हैं और फिर भी खुद को रोक नहीं सकते। अगर मुझे कोई प्रस्ताव मिलता है, तो मैं एक बार जरूर सोचूंगा।” उन्होंने कहा कि वह कीड़ों से अपने डर को दूर करने के लिए खतरों के खिलाड़ी करना भी पसंद करेंगे।
अभी के लिए उनके पास कुछ म्यूजिक वीडियो हैं। एक वेब सीरीज और फिल्म- कलर ब्लैक- भी है। कुछ लेखन कार्य भी हैं। अविनाश ने रोनी स्क्रूवाला के लिए हॉरर कॉमेडी फिल्म काकुड़ा लिखी है, जिसकी इस समय सोनाक्षी सिन्हा और रितेश देशमुख के साथ शूटिंग चल रही है। वह कहते हैं, “पहले मैंने कहानी लिखी, फिर पटकथा, उसके बाद कई ड्राफ्ट तैयार किए। इसमें मुझे लगभग चार महीने लगे।” उन्होंने अपने इस अनुभव को मस्ती और भय से भरपूर बताया।
उन्होंने टाइटल के बारे में विस्तार से नहीं बताया, क्योंकि यह कथानक में रहस्य को समेटे हुए है। लेकिन मानते हैं कि लोगों को उत्सुकता बढाने के लिए उन्होंने इसे जानबूझकर भयानक रखा है। संकेत देते हुए उन्होंने कहा, “एक शैली के रूप में, हॉरर कॉमेडी को ज्यादा एक्सप्लोर नहीं किया गया है, लेकिन मुझे हमेशा उन कहानियों से दिलचस्पी होती है जो मेरी दादी और नानी मुझे बचपन में सुनाती थीं। वे कहानियाँ अब मुझे प्रेरित करती हैं। अगर मुझे मौका मिलता है, तो मैं पूरी तरह से डरावनी एक कहानी लिखना पसंद करूंगा। उसकी अपनी जगह और अपने दर्शक हैं।”