अहमदाबाद। मेहंदी पेठानी, जिसकी हत्या लिव-इन पार्टनर सचिन दीक्षित ने कर दी थी, ने एक हेल्पलाइन पर लगभग घंटे भर फोन करके दीक्षित द्वारा दी जा रही प्रताड़ना पर चर्चा की थी। उसने पुलिस में यह शिकायत भी दर्ज कराई थी कि दीक्षित ने पहले से शादीशुदा होने की जानकारी छिपाकर धोखा दिया।
पुलिस के मुताबिक, पेठानी ने एक नवंबर 2019 को जीवन आस्था हेल्पलाइन से सलाह मांगी थी। उस दौरान उसने शाहीबाग के महिला थाने में दीक्षित के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया था। हालांकि तब दोनों पक्षों में समझौता हो जाने के बाद मामला वापस ले लिया गया था।
गांधीनगर रेंज के आईजीपी अभय चुडासमा ने बताया कि पेठानी ने जिला पुलिस की जीवन आस्था हेल्पलाइन से संपर्क किया था। उसने काउंसलर से कहा था कि वह अपने प्रेमी दीक्षित से डरती है। पेठानी ने काउंसलर को यह भी बताया कि उसने कुछ मुद्दों के कारण अपने पति को छोड़ दिया है। इस स्तर पर यह स्पष्ट नहीं हुआ कि उसने पति को तलाक दिया था या नहीं।
चुडासमा ने कहा कि हेल्पलाइन पर उसकी बातचीत 54 मिनट तक चली। उन्होंने कहा कि काउंसलर ने पेठानी को दीक्षित से संपर्क तोड़ लेने की सलाह दी थी। काउंसलर ने उससे कहा कि अगर उसे दीक्षित से खतरा महसूस हो रहा है तो वह डरें नहीं। पेठानी को यह सलाह भी दी गई कि वह अलग हुए पति से संपर्क करें और समस्याओं का समाधान करें। पेठानी से कहा गया कि वह पति के साथ फिर से रहने पर विचार करे।
धोखाधड़ी की शिकायत के बारे में चुडासमा ने कहा कि दोनों परिवारों को बातचीत के लिए बुलाया गया था। इसमें पेठानी और दीक्षित मौजूद थे। तब उनमें समझौता हो गया था।
जांच में शामिल पुलिस वालों के मुताबिक, दीक्षित के परिवार का दावा है कि उसे पेठानी के साथ उसके संबंधों के बारे में पता नहीं था। हालांकि, पुलिस का कहना है कि यह पूरी तरह से सही नहीं हो सकता है। उन्होंने दीक्षित की पत्नी आराधना के बयान का हवाला दिया, जिसे पति के विवाहेतर संबंध को लेकर संदेह था। उसने पुलिस को बताया है कि उसे दीक्षित के किसी अन्य महिला के साथ बच्चा होने के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। गौरतलब है कि लड़का अब करीब 10 महीने का हो गया है।
आराधना ने पुलिस को यह भी बताया है कि 2019 में दीक्षित के प्रेम संबंधों को लेकर तीखी नोकझोंक हुई थी। आराधना दीक्षित के माता-पिता के साथ गांधीनगर के सेक्टर 26 में रहती है।