पाटीदार आंदोलन Patidar Movement से सुर्ख़ियों में आयी रेशमा पटेल Reshma Patel भाजपा , एनसीपी के बाद तीसरे राजनीतिक दल के तौर पर आम आदमी पार्टी Aam Aadmi Party में शामिल हो गयी। आप के गुजरात सह प्रभारी और राज्यसभा सांसद राघव चड्डा AAP’s Gujarat co-incharge and Rajya Sabha MP Raghav Chadha इस दौरान मौजूद थे। गुजरात विधानसभा चुनाव Gujarat Assembly Election के लिए शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी Nationalist Congress Party led by Sharad Pawar का कांग्रेस से तीन सीट पर गठबंधन होने के बाद रेशमा पटेल Reshma Patel ने एनसीपी ( NCP )से इस्तीफा दे दिया है। रेशमा पटेल एनसीपी की गुजरात इकाई की महिला प्रमुख थी। आप होने के पहले उन्होंने आप सुप्रीमों अरविन्द केजरीवाल Arvind Kejriwal , संजय सिंह Sanjay Singh से मुलाकात की थी।
संभावना है कि आप रेशमा पटेल को विरमगाम विधानसभा सीट से चुनाव लड़ायेगी . रेशमा पटेल पाटीदार आंदोलन के पुराने साथी हार्दिक पटेल के खिलाफ मैदान में उतरेंगी. हार्दिक को भाजपा ने उम्मीदवार बनाया है।
पाटीदार आंदोलन के दौरान हार्दिक से मतभेद होने के बाद रेशमा पटेल 2017 विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा में शामिल हो गयी थी। लेकिन भाजपा में उनकी पारी लम्बी नहीं रही। शंकर सिंह वाघेला जब एनसीपी में शामिल हुए तो उन्होंने रेशमा को पार्टी में शामिल किया था। पाटीदार आंदोलन के दौरान पुलिस फायरिंग में निर्दोष पाटीदारों के मारे जाने और हार्दिक पटेल को गिरफ्तार किए जाने के बाद उन्होंने आंदोलन में सक्रिय रूप से भाग लिया । जेल में बंद पाटीदार समुदाय के सदस्यों की रिहाई के लिए वह 21 दिनों तक अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठीं।
रेशमा ने ईवीएम मशीनों में वीवीपीएटी के इस्तेमाल के लिए जनहित याचिका दायर की जिसे गुजरात उच्च न्यायालय ने खारिज कर दिया । उन्होंने भारत के सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष उक्त आदेश को चुनौती दी है जो निर्णय के लिए लंबित है जिसमें भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने केंद्र सरकार , राज्य सरकार , भारत के चुनाव आयोग, गुजरात के चुनाव आयोग और ईवीएम बनाने वाली कंपनियों को नोटिस जारी किया है।जुलाई 2017 में, गुजरात में दलित अत्याचारों का विरोध करने के लिए आयोजित “आज़ादी कूच” में, पुलिस ने रेशमा , कन्हैया कुमार ,जिग्नेश मेवाणी समेत अन्य कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया था।
गुजरात चुनाव से पहले कांग्रेस और एनसीपी ने तीन सीटों पर गठबंधन किया है। जिसके बाद एनसीपी नेता रेशमा पटेल खफा हो गईं। इसके साथ ही सौराष्ट्र की किसी भी सीट पर एनसीपी नहीं लड़ रही है । लिहाजा रेशमा पटेल की गोंडल से चुनाव लड़ने की ख्वाहिश अधूरी रह गई. हालांकि, बाद में उन्होंने एक बयान में कहा कि वह गोंडल से चुनाव नहीं लड़ेगी , लेकिन गोंडल की राजनीति में सक्रिय रहेंगी । नाराज रेशमा पटेल ने आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया है।
रेशमा के आप में शामिल होने के दौरान राघव चड्डा ने कहा कि ” रेशमा पटेल एनसीपी के महिला मोर्चा की अध्यक्ष थीं और अब आप में शामिल हो गई हैं। रेशमा पटेल पाटीदार आंदोलन का चेहरा हैं. उन्होंने सामाजिक कार्यों के माध्यम से सेवा की है और आज वह आपके साथ जुडी हैं।गुजरात को उससे (रेशमा पटेल) बहुत फायदा होगा। “
रेशमा पटेल ने कहा कि “आम आदमी पार्टी का नाम आम आदमी के गुणों को समझने वाली पार्टी है. आम आदमी की जरूरत रोटी कपड़ा और मकान है जिसे सिर्फ आप ही पूरा कर सकती हैं। अरविंद केजरीवाल आंदोलन से नेता बने हैं। मैं किसी की आलोचना नहीं करना चाहती । मैं लोगों की सेवा करने के लिए आपके साथ आयी हूं। पार्टी जो भी फैसला लेगी मैं उसे स्वीकार करूंगी । हर कार्यकर्ता की इच्छा चुनाव लड़ने की होती है। अब मैं पार्टी के फैसले के मुताबिक काम करूंगी । हम भाजपा की तानाशाही के खिलाफ एक होकर लड़ेंगे।”
गौरतलब है, संभावना है कि आप रेशमा पटेल विरमगाम विधानसभा सीट से चुनाव लड़ायेगी . रेशमा पटेल पाटीदार आंदोलन के पुराने साथी हार्दिक पटेल के खिलाफ मैदान में उतरेंगी. हार्दिक को भाजपा ने उम्मीदवार बनाया है।
गुजरात चुनाव से पहले कांग्रेस और एनसीपी ने तीन सीटों पर गठबंधन किया है। जिसके बाद एनसीपी नेता रेशमा पटेल खफा हो गईं। इसके साथ ही सौराष्ट्र की किसी भी सीट पर एनसीपी नहीं लड़ रही है । लिहाजा रेशमा पटेल की गोंडल से चुनाव लड़ने की ख्वाहिश अधूरी रह गई. हालांकि, बाद में उन्होंने एक बयान में कहा कि वह गोंडल से चुनाव नहीं लड़ेगी , लेकिन गोंडल की राजनीति में सक्रिय रहेंगी । नाराज रेशमा पटेल ने आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया है।
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