गुजरात के लोगों का अमेरिका में अवैध प्रवासन और अवैध रुप से अमेरिका भेजे गए लोगों के मौत व लापता होने की खबरों के बीच एक और ताजा मामला सामने आया है। कैरेबियन के रास्ते संयुक्त राज्य अमेरिका की यात्रा पर भरत रबारी के गुजरात छोड़ने के छह महीने बाद, उनकी पत्नी चेतना रबारी ने बुधवार को प्रांतिज में स्थानीय पुलिस से शिकायत की कि उनके पति 4 फरवरी से लापता हैं। उन्होंने दो एजेंटों, महेंद्र पटेल और उनके सहयोगी जॉनी पटेल उर्फ दिव्येश पर लोगों को विभिन्न अवैध मार्गों (illegal routes) से अमेरिका भेजने का आरोप लगाया है।
रबारी ने अपनी शिकायत में कहा कि उनके पति सहित नौ लोग जनवरी के पहले सप्ताह में अमेरिका के लिए रवाना हुए थे। उनमें से चार मेहसाणा जिले से, तीन गांधीनगर से और एक-एक साबरकांठा और खेड़ा जिले से हैं। पत्नी ने बताया कि, फरवरी के बाद से, उन लोगों से संपर्क नहीं हो पाया है।
आपको बता दें कि, एक साल से अधिक समय में गुजरात से अमेरिका में मानव तस्करी (human smuggling) की यह तीसरी बड़ी घटना है। साबरकांठा जिले की पुलिस ने आईपीसी की धारा 420 (धोखाधड़ी) और 405 (आपराधिक विश्वासघात) के तहत प्राथमिकी दर्ज की है, और जॉनी पटेल को गिरफ्तार कर लिया है।
अधिकारियों का मानना है कि सभी नौ यात्री मर चुके होंगे, क्योंकि उन्हें उनकी गिरफ्तारी के बारे में अमेरिकी अधिकारियों से कोई सूचना नहीं मिली है। हालाँकि, रबारी को छोड़कर, अन्य यात्रियों के परिवार का कोई अन्य सदस्य शिकायत लेकर आगे नहीं आया है।
एफआईआर दर्ज होने के बाद साबरकांठा के पुलिस अधीक्षक विशाल कुमार वाघेला ने कहा, “जॉनी पटेल ने एक किसान भरत रबारी से वादा किया था कि वह उसे वर्क परमिट पर अमेरिका भेज सकता है। ‘फीस’ 70 लाख रुपये पर बातचीत हुई। इसमें से, 20 लाख रुपये का भुगतान भरत रबारी द्वारा पहले ही किया गया था और शेष राशि का भुगतान अमेरिका पहुंचने के बाद किया जाना था। जनवरी में, रबारी नीदरलैंड पहुंचे और फिर कैरेबियन क्षेत्र में पोर्ट ऑफ स्पेन के माध्यम से फरवरी में डोमिनिका में उतरे।”
वाघेला के अनुसार, पुलिस को पता चला कि जॉनी पटेल अहमदाबाद स्थित महेंद्र पटेल के अधीन काम करता था, जिनके पास पूरे गुजरात के जिलों में एजेंटों का एक नेटवर्क है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि जब उनके पति से संपर्क नहीं हुआ, तो उन्होंने जॉनी पटेल से संपर्क किया, जिन्होंने उन्हें आश्वासन दिया कि सब कुछ ठीक है। “जब हमने आखिरी बार बात की थी तब वह मार्टीनिक में थे; उसके बाद मेरा उससे कोई संपर्क नहीं रहा,” उसने एफआईआर में कहा।
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