राजस्थान सेवा समिति के रविवार, 31 अक्टूबर को हूए चुनाव में पी. आर. कांकरिया की एकता पैनल और गणपत चौधरी की संस्कार पैनल के बीच टक्कर हूई। इन दोनों पैनल में 16-16 सदस्य मेदान में उतरे थे। दोनों पैनल्सने अपने-अपने प्रतिनिधियों की उपस्थिति दर्ज करवाई।
राजस्थान सेवा समिति के इस चुनाव के चलते दोनों पक्षों की पुलिस में शिकायत और मामला कोर्ट में भी गया है, जिसके चलते पिछले 40 साल से चुनाव नहीं कराने वाली संस्था अब चर्चा में आ गई है. 1429 सदस्यों में से पी.आर. कांकरिया की एकता पैनल द्वारा प्रस्तुत 754 प्रॉक्सी में से रिटर्निंग ऑफिसर ने केवाईसी के कारण 281 प्रॉक्सी रद्द कर दी, जबकि 688 प्रॉक्सी संस्कार पैनल के पक्ष में आए थे. इनमें से 281 परदे के पीछे चुनाव अधिकारियों ने केवाईसी के आधार पर रद्द कर दिए थे।
31 अक्टूबर को हुए राजस्थान सेवा समिति के चुनाव में परदे के मुद्दे को लेकर दो गुटों में लड़ाई की स्थिति बन गई थी. दोनों तरफ से कुल 281-281 परदे काट दिए गए थे। इसलिए प्रॉक्सी प्रदाताओं को वोट देने के लिए उपस्थित होना होगा ईस बात को लेकर ही बवाल मचा था।
जबकी अब नतीजे आ चुके है जीसमे एकता पेनल की जीत हुी है. राजस्थान सेवा समिति के बाहर रविवार रात को जश्न की तसवीरे दीखीं. एकता पेनल के सभी सदस्यों ने ढोल नगाडों के साथ जश्न मनाया था.