जैसे-जैसे पर्यटन उद्योग COVID-19 महामारी के प्रभाव से उबर रहा है, राजस्थान सरकार (Rajasthan government) ने इस क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए पंचायत से लेकर राज्य स्तर तक लोक कला उत्सव (folk art festivals) आयोजित करने की योजना बनाई है।
ये उत्सव राज्य के विभिन्न क्षेत्रों की कला और संस्कृति को भी संरक्षित करेंगे और कलाकारों के उत्थान की दिशा में काम करेंगे। एक अधिकारी के मुताबिक, राजस्थान में फिलहाल 22 तरह के लोक उत्सव हैं, लेकिन अब राज्य सरकार पंचायत से लेकर राज्य स्तर तक त्योहारों को आयोजित करने की योजना बना रही है।
उन्होंने कहा कि पर्यटन विभाग (tourism department) इसके लिए विस्तृत योजना तैयार कर रहा है और 27 करोड़ रुपये के बजट से सांस्कृतिक प्रतियोगिताएं (cultural competitions) कराई जाएंगी।
अधिकारी ने बताया, ”पंचायत से राज्य स्तर तक आयोजित होने वाले राजस्थान लोक कला महोत्सव (Rajasthan folk art festival) से प्रदेश में देशी-विदेशी पर्यटकों की आमद बढ़ेगी। महोत्सव के आयोजन के लिए प्रमुख स्थानीय पर्यटन स्थलों का चयन प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा।”
उन्होंने कहा कि महोत्सव के माध्यम से राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों की लोक कलाओं और संस्कृति का संरक्षण किया जाएगा।
साथ ही, इस मंच का उपयोग स्थानीय लोक कलाकारों को बढ़ावा देने के लिए भी किया जाएगा, जिन्होंने महामारी के दौरान कठिन समय का सामना किया था।
अधिकारी ने कहा, “यह न केवल लोक कलाकारों की सहायता करेगा बल्कि पर्यटकों के बीच स्थानीय लोक कला और पर्यटन स्थलों को भी बढ़ावा देगा।”
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Rajasthan Chief Minister Ashok Gehlot) ने अधिकारियों को जल्द से जल्द योजना तैयार करने का निर्देश दिया है।
अधिकांश पर्यटक जयपुर, उदयपुर, जैसलमेर, बीकानेर, जोधपुर, अलवर, सवाई माधोपुर जैसे स्थानों पर जाते हैं, लेकिन अन्य जिलों में कई अन्य अनछुए पर्यटक स्थल हैं जहां पर्यटन को बढ़ावा देने की बहुत बड़ी संभावना है।
गहलोत ने कहा, “त्योहार की योजना इस तरह से बनाई गई है कि ऐसे सभी स्थलों को पर्यटकों के बीच प्रमुखता से उजागर किया जा सके, ताकि उनके पास अपनी यात्रा की योजना बनाने और राजस्थान में कुछ और दिन बिताने के लिए नए विकल्प हों।”
उन्होंने कहा कि राजस्थान में पिछले साल की तुलना में घरेलू पर्यटकों की संख्या में 90.4 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है क्योंकि महामारी के बाद पर्यटकों की आवाजाही बढ़ी है।
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