विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि राजस्थान सरकार (Rajasthan government) राज्य के पर्यटन बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए एक सर्किट-आधारित (circuit-based) मास्टरप्लान की योजना बना रही है। राजस्थान अपनी समृद्ध विरासत, कला और संस्कृति के कारण हर साल 20-25 मिलियन पर्यटकों को आकर्षित करता है।
प्रस्तावित मास्टरप्लान प्रत्येक सर्किट में बुनियादी ढांचे के अंतराल का आकलन करेगा, जो सरकार को बजटीय सहायता के लिए तैयार करने में मदद करेगा। इसका उद्देश्य पर्यटन स्थलों (tourist destinations) पर साफ-सफाई और स्वच्छता पर होगा। विभाग स्वच्छ स्मारक जैसे सामाजिक जागरूकता अभियान शुरू करने के साथ-साथ विभिन्न स्मारकों, वन्यजीव पार्कों और अन्य पर्यटन स्थलों पर स्वच्छता मानकों को स्थापित करने के प्रयासों की योजना बना रहा है।
पर्यटन स्थलों (tourist sites) को दिव्यांगों के अनुकूल बनाने के लिए भी विभाग ने योजना तैयार की है। अधिकारियों ने कहा कि “प्रमुख पर्यटन स्थलों पर वॉकवे, रैंप, लिफ्ट और शौचालय जैसे भौतिक बुनियादी ढांचे को सुनिश्चित किया जाएगा।”
इस बीच, सार्वजनिक-निजी भागीदारी के आधार पर पर्यटक स्थलों पर सुरक्षित पेयजल, स्वच्छ शौचालय, एक कैफेटेरिया और स्मारिका की दुकानों जैसी बुनियादी सुविधाओं का विकास और रखरखाव किया जाएगा। लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) को सड़कों के लिए नियोजित बजट के 1 प्रतिशत के साथ पर्यटन स्थलों के लिए last-mile connectivity सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है। पर्यटकों की सुविधा के लिए उपयुक्त स्थानों पर प्रीपेड टैक्सी बूथ (Prepaid taxi booths) बनाए जाएंगे और पीपीपी मोड में संचालित किए जाएंगे।
स्मार्ट सिटी परियोजनाओं (Smart City Projects) के अंतर्गत नियोजित बजट व्यय का 5 प्रतिशत पर्यटन से संबंधित परियोजनाओं पर व्यय किया जायेगा। स्मारकों के संरक्षण और विकास को सुनिश्चित करने के लिए राज्य स्मारक मित्र (निजी हितधारक) के लिए “एक स्मारक गोद लें योजना” (Adopt a Monument Scheme) को अद्यतन करेगा।
पर्यटकों को बुनियादी जानकारी प्रदान करने के लिए साइनेज और डिस्प्ले बोर्ड लगाए जाएंगे। शहरी स्थानीय निकाय (ULB) भागीदार होंगे और इसके लिए बजटीय सहायता प्रदान करेंगे और सभी प्रमुख स्मारकों और वन्यजीव पार्कों (wildlife parks) में पर्यटकों के अनुकूल व्याख्या केंद्र होंगे।
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