राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Rajasthan Chief Minister Ashok Gehlot) ने गुरुवार को कहा कि राज्य सरकार आदिवासी क्षेत्रों (tribal areas) के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है और उनके हितों को ध्यान में रखकर योजनाएं बनाई जा रही हैं।
“आप (चीजें) मांगते-मांगते थक जाएंगे, लेकिन मैं देते-देते नहीं थकूंगा। मेरे जीवन का हर पल आपके लिए है,” गहलोत ने उदयपुर में मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय (Mohanlal Sukhadia University) में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा।
मुख्यमंत्री ने पिछले चार वर्षों में सरकार के जन कल्याणकारी कार्यों (public welfare works) का विवरण साझा करते हुए कहा कि चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना (Chiranjeevi Health Insurance Scheme) के माध्यम से प्रत्येक परिवार को 10 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा (health insurance) दिया गया है।
इससे पहले पाली में एक अन्य कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गहलोत ने कहा कि राजस्थान जनकल्याणकारी योजनाओं के साथ लगातार आगे बढ़ रहा है।
आज पूरे देश में राजस्थान मॉडल की चर्चा हो रही है। राज्य के विकास में प्रवासी राजस्थानियों का भी अहम योगदान है।
उन्होंने कहा कि राजस्थान को ‘रेगिस्तान’ और ‘सूखा’ जैसे शब्दों से जोड़ा जाता था, लेकिन आज परिस्थितियां अलग हैं।
“इंदिरा गांधी नहर का पानी जोधपुर पहुंच रहा है। इस नहर से राज्य का एक बड़ा हिस्सा लाभान्वित हो रहा है। राज्य में एक रिफाइनरी के साथ-साथ एक पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स (petrochemical complex) बनाया जा रहा है, जो औद्योगीकरण को बढ़ावा देगा,” उन्होंने कहा।
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