इस वर्ष राजस्थान के तापमान में रिकॉर्ड गिरावट देखी जा रही है। माउंट आबू के पहाड़ी रिज़ॉर्ट में बर्फबारी और थार के प्रवेश मार्ग चूरू में शून्य डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया है।
माउंट आबू की खड़ी चट्टानी अरावली पठार गुजरात सीमा के करीब है। वहां पर सोमवार को लोग चारों तरफ बर्फ ही बर्फ देखते हुए जागे। जमीन से लेकर वाहन तक पर बर्फ की चादर थी।
उत्तर भारत के ज्यादातर हिस्से में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। वहां शीत लहर चल रही है। कोहरे के कारण सड़कों, ट्रेनों और हवाई यातायात लगातार बाधित हो रहे हैं। ऐसा ठीक से नहीं दिखने के कारण हो रहा है। मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, अधिकांश उत्तरी राज्यों में दृश्यता (visibility) कम रही। पंजाब में बठिंडा और राजस्थान में बीकानेर में “शून्य दृश्यता” (zero visibility) दर्ज की गई।
दृश्यता न केवल भटिंडा में बल्कि पूरे पंजाब में खराब रही। अमृतसर में तो सिर्फ 25 मीटर थी। यहां तक कि हरियाणा ने भी खराब दृश्यता का अनुभव किया। चंडीगढ़ में दृश्यता 200 मीटर रही, जबकि अंबाला और हिसार में न्यूनतम क्रमश: 25 और 50 मीटर दर्ज की गई।
मौसम विभाग के आंकड़ों से पता चलता है कि राजस्थान में सबसे कम दृश्यता चूरू और श्री गंगानगर जैसे स्थानों में क्रमशः 25 और 50 मीटर थी। उधर उत्तर प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भी कम दृश्यता दर्ज की गई। उत्तर प्रदेश और ओडिशा में कुछ स्थानों पर दृश्यता 50 मीटर रही। दूसरी ओर, उत्तर बंगाल ने दृश्यता 200 मीटर मापी गई।
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