मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Chief Minister Ashok Gehlot) ने शनिवार को कहा कि राजस्थान सरकार (Rajasthan government) कृषि गतिविधियों (agricultural activities) के लिए पर्याप्त बिजली उपलब्ध कराने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है और अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि किसी भी परिस्थिति में किसानों को बिजली (electricity) की आपूर्ति प्रभावित न हो।
राज्य में बिजली आपूर्ति की स्थिति की समीक्षा के लिए आयोजित बैठक में उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर पावर एक्सचेंज (power exchange) और अन्य स्रोतों से बिजली की खरीद सुनिश्चित की जानी चाहिए।
बिजली विभाग (electricity department) के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब में कुछ बिजली उत्पादन इकाइयों के बंद होने और अन्य राज्यों में मांग बढ़ने के कारण वर्तमान में राज्य को पावर एक्सचेंज से अतिरिक्त बिजली आपूर्ति (power supply) नहीं मिल रही है।
उन्होंने यह भी कहा कि पिछले रबी सीजन (Rabi season) के बाद कृषि क्षेत्र में वृद्धि और कृषि बिजली कनेक्शन (agricultural power connections) में वृद्धि के कारण राजस्थान में इस सर्दी में अब तक बारिश नहीं होने के कारण बिजली की मांग भी बढ़ी है।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, बैठक में बताया गया कि घरेलू और कृषि उद्देश्यों के लिए पर्याप्त बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए उद्योगों को बिजली आपूर्ति में कटौती की जानी है, लेकिन बिजली आपूर्ति सामान्य होते ही इस कटौती को समाप्त कर दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने उद्योगों से बिजली कंपनियों (power companies) के निर्देशों का पालन करने और बिजली कटौती की स्थिति में सहयोग करने का आग्रह किया।
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