मोदी सरकार को अक्सर अपने सवालों के घेरे में लेने वाले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि मोदी सरकार के दबाव में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर उनके फॉलोवरों की संख्या नहीं बढ़ने दे रहा है। उनका आरोप है कि अब जबकि आम लोगों तक पहुंचने का सबसे अच्छा माध्यम सोशल मीडिया है तब मोदी सरकार लोगों को हमसे जुड़ने से रोक रही है। कहा कि यह लोकतंत्र के लिए घातक है।
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कांग्रेस नेता ने ट्विटर के सीईओ पराग अग्रवाल को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि नरेंद्र मोदी सरकार के ‘दबाव’ के चलते सोशल मीडिया साइट उनके फॉलोवर्स को सीमित कर रही है। उन्होंने अग्रवाल को लिखे अपने पत्र में कहा, “आप पर यह सुनिश्चित करने की बहुत बड़ी जिम्मेदारी है कि ट्विटर भारत में सत्तावाद के विकास में सक्रिय रूप से मदद नहीं करता है।” उन्होंने कहा, “दुनिया भर में उदार लोकतंत्र और सत्तावाद के बीच वैचारिक लड़ाई को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म द्वारा आकार दिया जा रहा है। यह उन पर एक बड़ी जिम्मेदारी डालता है जो ट्विटर जैसी कंपनियों के शीर्ष पर हैं।”
राहुल की घटी मोदी की तीस लाख बढ़ी फॉलोवर्स संख्या
राहुल गांधी के मुताबिक अगस्त 2021 में उनके फॉलोअर्स की संख्या 54,803 कम हुई है, वहीं सितंबर में 1,327, अक्तूबर में 2,380 और नवंबर में 2,788 फॉलोअर्स कम हुए हैं। इस अवधि में सबसे ज्यादा पीएम मोदी के फॉलोअर्स बढ़े हैं जिनकी संख्या करीब 30 लाख है। राहुल गांधी ने कहा है कि ट्विटर पर मेरी आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है। फिलहाल राहुल गांधी के फॉलोअर्स की संख्या 19.6 मिलियन है।
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राहुल गांधी के आरोप पर ट्विटर का जवाब
राहुल के इस आरोप का ट्विटर प्रवक्ता ने गुरुवार को जवाब दिया। उन्होंने कहा कि किसी ट्विटर हैंडल के फॉलोअर्स की संख्या घटना-बढ़ना आम बात है। ट्विटर की तरफ से जारी बायान में कहा गया है, ‘किसी ट्विटर हैंडल के कितने फॉलोअर हैं, यह सबको दिखता है। हम सबको विश्वास दिलाना चाहते हैं कि संख्या सार्थक और सटीक हैं। ट्विटर किसी तरह की छेड़छाड़ और अवांछित गतिविधि बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करता है। हम रणनीतिक तौर पर इसका सामना करते रहते हैं।’