चेरोन पोकफंड ग्रुप कंपनी और रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड भारत में जर्मन रिटेलर मेट्रो एजी का थोक संचालन लेना चाहती हैं। दरअसल कंपनियां दुनिया के सबसे बड़े उपभोक्ता बाजारों में से एक में अपने खुदरा पोर्टफोलियो को और बेहतर करना चाहती हैं। यह जानकारी मामले से जुड़े लोगों ने दी है।
लोगों ने कहा कि टाइकून धनिन चेरावनोंट द्वारा नियंत्रित थाई समूह और अरबपति मुकेश अंबानी द्वारा समर्थित इसके भारतीय समकक्ष ने गैर-बाध्यकारी बोलियां लगाई हैं। बताया जाता है कि दुनिया के दूसरे सबसे अमीर अमेजन डॉट इन के संस्थापक जेफ बेजोस भी एक प्रस्ताव देने पर विचार कर रहे हैं। एक व्यक्ति के अनुसार, मेट्रो भारतीय व्यापार की संभावित बिक्री पर सलाहकारों के साथ काम कर रही है, जो 1 अरब डॉलर से 1.2 अरब डॉलर का मूल्यांकन प्राप्त कर सकता है। पहचान उजागर नहीं करने के लिए कहते हुए उस व्यक्ति ने कहा कि अगले दौर के लिए बोली लगाने वालों को अगस्त तक चुना जा सकता है।
बहरहाल, विचार-विमर्श जारी है। कंपनियां किसी भी प्रस्ताव के खिलाफ फैसला कर सकती हैं। बताया जा रहा है कि मेट्रो ने कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया है और विवरण अभी भी बदल सकता है। अमेजन, मेट्रो और रिलायंस के प्रतिनिधियों ने भी इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है, जबकि सीपी समूह ने टिप्पणी के अनुरोधों का तुरंत जवाब नहीं दिया।
बता दें कि मेट्रो ने 2003 में भारतीय बाजार में प्रवेश किया और वर्तमान में देश भर में 31 थोक वितरण केंद्र संचालित करता है। इसके मुख्य ग्राहकों में होटल, रेस्तरां के साथ-साथ विभिन्न प्रकार के कॉर्पोरेट से लेकर छोटे खुदरा विक्रेता तक शामिल हैं।