पुष्प कमल दहल उर्फ प्रचंड नेपाल के नए प्रधान मंत्री बने हैं। उनको 275 सदस्यीय प्रतिनिधि सभा में 165 सांसदों का समर्थन प्राप्त है। प्रचंड के समर्थन में 6 पार्टियां शामिल हैं, जिसमें सीपीएन-यूएमएल के 78, सीपीएन-एमसी के 32, आरएसपी के 20, आरपीपी के 14, जेएसपी के 12, जनमत के 6 और नागरिक उन्मुक्ति पार्टी के 3 समर्थन शामिल है।
नेपाल की राजनीति politics of Nepal में आज का दिन बेहद ही उथल-पुथल वाला रहा। दोपहर तक शेर बहादुर देउबा Sher Bahadur Deuba के प्रधानमंत्री Prime minister बनने का रास्ता साफ दिखाई दे रहा था, लेकिन CPN-Maoist सेंटर के अध्यक्ष पुष्प कमल दहल Pushpa Kamal Dahal, President of the CPN-Maoist Center बैठक से नाराज होकर निकल गए और गठबंधन alliance से अलग होने का ऐलान कर दिया।
इसके बाद शाम होते-होते उन्होंने राष्ट्रपति के पास उन्होंने अगले प्रधानमंत्री के रूप में अपनी उम्मीदवारी के संबंध में एक आवेदन प्रस्तुत किया, जिसके बाद उन्हें राष्ट्रपति ने संविधान के अनुच्छेद 76 खंड 2 के तहत नेपाल के प्रधानमंत्री का रूप में नियुक्त किया गया है।
68 साल के नवनियुक्त प्रधानमंत्रीका शपथ ग्रहण समारोह सोमवार यानी कल शाम 4 बजे होगा। इसके साथ ही प्रचंड तीसरी बार नेपाल के प्रधानमंत्री बन गए हैं। पहली बार वे 2008 से 2009 और दूसरी बार 2016 से 2017 में प्रधानमंत्री बने थे। प्रचंड समझौते के तहत शुरुआती ढाई साल तक प्रधानमंत्री बने रहेंगे। इसके बाद CPN-UML सत्ता संभालेगी।
6 पार्टियो के समर्थन से नेपाल के PM बने प्रचंड
पुष्प कमल दहल उर्फ प्रचंड को 275 सदस्यीय प्रतिनिधि सभा में 165 सांसदों का समर्थन प्राप्त है। प्रचंड के समर्थन में 6 पार्टियां शामिल हैं, जिसमें सीपीएन-यूएमएल के 78, सीपीएन-एमसी के 32, आरएसपी के 20, आरपीपी के 14, जेएसपी के 12, जनमत के 6 और नागरिक उन्मुक्ति पार्टी के 3 समर्थन शामिल है।