भरूच जिले के हंसोट में इलव के पास मानव जैसी दिखने वाली एक अद्भुत पफर मछली मिली है। जबसे यह दुर्लभ मछली मछुआरों के झाल मैं फँसी है तबसे लोगों के बीच काफी चर्चा का विषय बनी हुई है
मछुआरे ने कहा कि उसे किमनी नदी में पफर मछली मिली है। पफर एक छोटी मछली है और असुरक्षित महसूस होने पर यह अपना आकार बढ़ा लेती है। इस दुर्लभ जलीय जंतु को फिर से सुरक्षित क्षेत्र में छोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।
मछुआरे नरशिभाई राठौर ने कहा कि वह पिछले 42 सालों से मछली पकड़ रहे हैं। ऐसी मछली उन्होंने शायद ही कभी देखी हो। इसलिए उसने इस मछली को पकड़कर दूसरों को देखने हेतु बुलाया।
चूंकि अधिकांश पफरफिश में विषाक्त पदार्थ होते हैं, इसलिए उनमें तेज गंध होती है और यह अन्य मछलियों के लिए घातक हो सकती है। पफरफिश खतरे से बचने के लिए अपना आकार बढ़ाती है। इसे ब्लो फिश के नाम से भी जाना जाता है। यह मछली अपना पेट खूब पानी से भरती है।