राज्य में अवैध प्रवासन के मामले और उससे पैदा होने वाले जोखिमों को देखते हुए गुजरात पुलिस फर्जी पासपोर्ट बनाने वाले गिरोहों की धरपकड़ में जुट गई है। भादज निवासी भरत पटेल (Bharat Patel) उर्फ बॉबी (Bobby) की पिछले साल दिसंबर में हुई गिरफ्तारी को पुलिस द्वारा राज्य में संगठित मानव तस्करी रैकेट (human trafficking racket) की जांच में एक बड़ी सफलता माना गया था। वह डिंगुचा के चार लोगों के एक परिवार से जुड़े अवैध प्रवास (illegal immigration) मामले से जुड़ा हुआ है, जो पिछले साल जनवरी में कनाडा-अमेरिका की सीमा पार करते समय ठंड से मर गया था।
गुजरात पुलिस के स्टेट मॉनिटरिंग सेल (SMC) के सूत्रों के अनुसार, बॉबी पटेल के पास से पासपोर्ट का जखीरा बरामद किया गया है। एक अधिकारी ने कहा, “कुछ पासपोर्ट असली थे, और पटेल ने दावा किया कि वे संसोधित करने के लिए दिए गए थे। अन्य, जिनमें से कई पर कनाडा और इंडोनेशिया जैसे देशों के वीज़ा स्टैम्प थे, संदिग्ध होने का संदेह था और उन्हें फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया था।”
फॉरेंसिक साइंसेज के राज्य निदेशालय (state directorate of forensic sciences- डीएफएस) ने हाल ही में जांचकर्ताओं को इनमें से सात पासपोर्ट पर एक रिपोर्ट दी थी। उन्होंने बताया कि, “पासपोर्ट के साथ छेड़छाड़ की गई पाई गई थी; उन्हें सील, हस्ताक्षर, फोटोग्राफ इत्यादि जैसी सुविधाओं में किए गए परिवर्तनों के साथ कुछ पृष्ठों को हटाने या जोड़ने के मामले में बदल दिया गया था। पासपोर्ट में कुछ विशेष चीजों को अच्छी तरह से कॉपी किया गया था, जिन्हें माइक्रोस्कोप के माध्यम से भी सावधानीपूर्वक निरीक्षण किए जाने पर मूल पासपोर्ट में अंतर कर पान मुश्किल था। मामले में आगे की जांच की जा रही है कि उन पासपोर्टों को किसने बनाया और क्या इस तरह के और दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ की गई।”
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