- गुजरात का 8 साल में नहीं झुकने दिया सिर
- लम्बे समय के बाद एक साथ पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने जनसभा को सम्बोधित
- मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से मंच पर की गुफ़्तगू ,दिखाया भरोषा
- पाटीदारो के साथ गुजरात के सबसे महत्वपूर्ण सहकारिता क्षेत्र को साधा
पीएम मोदी ने अपने गुजरात दौरे से गुजरात विधानसभा चुनाव की बुनियाद रख दी। राजकोट में एक निजी अस्पताल (केडीपी मल्टीस्पेशलिटी हास्पिटल) के लोकार्पण के साथ उन्होंने सौराष्ट्र के पाटीदार और कोली पटेल समुदाय को साधा। इस आयोजन में नरेश पटेल के अलावा गुजरात के ज्यादातर पटेल उधोगपति मौजूद थे खासतौर से हीरा उधोग से जुड़े हुए। वही गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह के साथ गांधीनगर में सहकारिता सम्मलेन को सम्बोधित किया। पाटीदार और सहकारिता क्षेत्र गुजरात में भाजपा के कोर समर्थक और वोटर माने जाते है। 1995 से यह दोनों क्षेत्र भाजपा से जुड़े हुए है।
मोदी ने राज्य के लोगों को कई खास सौगात दी. राजकोट में पीएम मोदी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जब लोगों के प्रयास सरकार के प्रयासों से जुड़ते हैं, तो हमारी सेवा करने की ताकत बढ़ जाती है. राजकोट का यह आधुनिक अस्पताल (केडीपी मल्टीस्पेशलिटी हास्पिटल) इसका एक प्रमुख उदाहरण है. पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि 26 मई को एनडीए सरकार ने अपने 8 साल पूरे किए हैं.
सरकार ने कोई ऐसा काम नहीं किया है, जिससे जनता को सिर झुकाना पड़े
इस दौरान उनकी सरकार ने कोई ऐसा काम नहीं किया है, जिससे जनता को सिर झुकाना पड़े. 6 करोड़ परिवारों को तक जल पहुंचाया है. गरीबों की गरिमा सुनिश्चित की गई है. साथ ही 3 करोड़ से ज्यादा गरीबों को घर दिए गए हैं. मुश्किल दौर में किसानों के खाते में सीधे पैसा जमा किए हैं. जब कोरोना के दौरान इलाज की जरूत बढ़ी तो हमने टेस्टिंग भी तेज की गई. जब वैक्सीन की जरूरत आई तो फ्री में मुहैया कराई गई.
प्रधानमंत्री मोदी ने सरकार के 8 साल पूरे होने पर कहा कि हमने गरीब की सेवा, सुशासन और गरीब के कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है. सबका साथ-सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मंत्र पर चलते हुए हमने देश के विकास को नई गति दी है. PM मोदी ने कहा कि आज जब गुजरात की धरती पर आया हूं तो मैं सिर झुकाकर गुजरात के सभी नागरिकों का आदर करना चाहता हूं. मुझे जो संस्कार और शिक्षा दी, समाज के लिए जीने की बातें सिखाई, उसकी की बदौलत मैंने मातृभूमि की सेवा में कोई कसर नहीं छोड़ी.
पीएम ने राजकोट के आटकोट में नवनिर्मित मातुश्री केडीपी मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल उद्घाटन किया है. ये अस्पताल 40 करोड़ की लागत से बना है. यहां लोगों को विश्वस्तरीय सुविधाएं देने का भरोसा दिलाया गया है.
गांधीनगर में सहकार से समृद्धि कार्यक्रम को संबोधित किया. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि आज हम सहकार से समृद्धि की चर्चा कर रहे हैं. सहकार गांवों के स्वावलंबन का भी बहुत बड़ा माध्यम है. उसमें आत्मनिर्भर भारत की ऊर्जा है. आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिए गांवों का आत्मनिर्भर होना बहुत आवश्यक है. इसलिए पूज्य बापू और सरदार पटेल ने हमें जो रास्ता दिखाया, उसके अनुसार आज हम मॉडल कॉपरेटिव विलेज की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं.
नैनो यूरिया लिक्विड प्लांट का किया उद्घाटन
पीएम मोदी ने कहा कि आज आत्मनिर्भर कृषि के लिए देश पहले नैनो यूरिया लिक्विड प्लांट का उद्घाटन करते हुए कहा मैं विशेष आनंद की अनुभूति करता हूं. अब यूरिया की एक बोरी की जितनी ताकत है, वो एक बोतल में समाहित है. नैनो यूरिया की करीब आधा लीटर बोतल, किसान की एक बोरी यूरिया की जरूरत को पूरा करेगी. 7-8 साल पहले तक हमारे यहां ज्यादातर यूरिया खेत में जाने के बजाए, कालाबाजारी का शिकार हो जाता था और किसान अपनी जरूरत के लिए लाठियां खाने को मजबूर हो जाता था. हमारे यहां बड़ी फैक्ट्रियां भी नई तकनीक के अभाव में बंद हो गई.
यूरिया के एक बैग पर सरकार देती है 3200 की सब्सिडी
पीएम मोदी ने कहा कि 2014 में हमारी सरकार बनने के बाद हमने यूरिया की शत-प्रतिशत नीम कोटिंग का काम किया. इससे देश के किसानों को पर्याप्त यूरिया मिलना सुनिश्चित हुआ. साथ ही हमने यूपी, बिहार, झारखंड, ओडिशा और तेलंगाना में 5 बंद पड़े खाद कारखानों को फिर चालू करने का काम शुरु किया. भारत विदेशों से जो यूरिया मंगाता है इसमें यूरिया का 50 किलो का एक बैग 3,500 रुपये का पड़ता है, लेकिन देश में, किसान को वही यूरिया का बैग सिर्फ 300 रुपये का दिया जाता है. यानी यूरिया के एक बैग पर हमारी सरकार 3,200 रुपये का भार वहन करती है.
प्रधानमंत्री मोदी ने ये भी कहा कि देश के किसान को दिक्कत न हो इसके लिए केंद्र सरकार ने पिछले साल 1.60 लाख करोड़ रुपये की सब्सिडी फर्टिलाइजर में दी है. किसानों को मिलने वाली ये राहत इस साल नैनो यूरिया लिक्विड प्लांट का उद्घाटनहोने वाली है. उन्होंने कहा कि देश के किसान के हित में जो भी जरूरी हो, वो हम करते हैं, करेंगे और देश के किसानों की ताकत बढ़ाते रहेंगे.
आत्मनिर्भरता ही समस्याओं का हल
पीएम मोदी बोले पहले की सरकार में समस्याओं का सिर्फ तात्कालिक समाधान ही तलाशा गया. आगे वो समस्या न आए, इसके सीमित प्रयास ही किए गए बीते 8 वर्षों में हमने तात्कालिक उपाय भी किए हैं और समस्याओं के स्थायी समाधान भी खोजे हैं. आत्मनिर्भरता में भारत की अनेक मुश्किलों का हल है. आत्मनिर्भरता का एक बेहतरीन मॉडल, सहकार है. ये हमने गुजरात में बहुत सफलता के साथ अनुभव किया है और आप सभी साथी इस सफलता के सेनानी हैं.
सबसे बड़ी ताकत भरोसा
सहकार की सबसे बड़ी ताकत भरोसा है, सहयोग है, सबके सामर्थ्य से संगठन के सामर्थ्य को बढ़ाने का है. यही आजादी के अमृतकाल में भारत की सफलता की गारंटी है. हमारे यहां जिसको भी छोटा समझकर कम आंका गया, उसको अमृतकाल में बड़ी ताकत बनाने पर हम काम कर रहे हैं. छोटे किसानों को आज हर प्रकार से सशक्त किया जा रहा है. इसी प्रकार लघु उद्योगों, MSMEs को भारत की आत्मनिर्भर सप्लाई चेन का मजबूत हिस्सा बनाया जा रहा है.
हमने गांधी और पटेल के सपनों का भारत बनाने का प्रयास किया: राजकोट में पीएम मोदी