प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम अहमदाबाद में प्रमुख स्वामी महाराज के शताब्दी समारोह का शुभारंभ करेंगे। बीएपीएस (बोचासनवासी अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण) संस्था के इस महोत्सव के लिए अहमदाबाद में जोरदार तैयारियां की गई हैं। यह उत्सव भगवान स्वामीनारायण संप्रदाय के प्रमुख संत स्वामी महाराज की स्मृति में किया जा रहा है। उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और राज्यपाल आचार्य देवव्रत भी मौजूद रहेंगे।
एक महीने तक चलने वाले इस आयोजन के लिए अहमदाबाद रिंग रोड पर एक पूरा शहर बसा हुआ है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शाम साढ़े पांच बजे उद्घाटन समारोह में हिस्सा लेंगे। शताब्दी महोत्सव का 15 दिसंबर से 15 जनवरी चलेगा। यह बने स्वामी नगर में होगा। इस समारोह को लेकर पिछले एक साल से तैयारी चल रही थी। इस भव्य समारोह की व्यवस्था का ध्यान 80,000 स्वयंसेवक रखेंगे। बीएपीएस के इस बड़े आयोजन में कई युवा नौकरी छोड़कर पहुंचे हैं।
इस शताब्दी समारोह के लिए अहमदाबाद के रिंग रोड पर एक विशाल शहर बनाया गया है। हमदाबाद में 600 एकड़ में स्वामी नगर तैयार है। इस कार्यक्रम में करीब 60 लाख लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। इस भव्य आयोजन में शामिल होने के लिए दुनिया भर से स्वामीनारायण संप्रदाय के लोग गुजरात पहुंच रहे हैं। शताब्दी समारोह में 21 देशों के वीआईपी भी शिरकत करेंगे।
प्रमुख स्वामी महाराज एक मार्गदर्शक और गुरु थे। उन्होंने भारत और दुनिया भर में अनगिनत लोगों के जीवन को प्रेरित किया। एक महान आध्यात्मिक नेता के रूप में उनका व्यापक रूप से सम्मान और सराहना की गई। उनका जीवन अध्यात्म और मानवता की सेवा के लिए समर्पित था। स्वामीनारायण संस्था के शीर्ष व्यक्ति के रूप में उन्होंने लाखों लोगों के कल्याण के लिए अनगिनत सांस्कृतिक, सामाजिक और आध्यात्मिक पहल किए।
प्रमुख स्वामी महाराज के जन्म शताब्दी वर्ष में दुनिया भर के लोग उनके जीवन और कार्यों का जश्न मना रहे हैं। साल भर चलने वाले विश्वव्यापी समारोह का समापन ‘प्रमुख स्वामी महाराज शताब्दी महोत्सव’ में होगा। इसकी मेजबानी बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर, शाहीबाग, बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था का वैश्विक मुख्यालय करेगा।
संस्था की स्थापना 1907 में शास्त्रीजी महाराज ने की थी। वेदों की शिक्षाओं के आधार पर और व्यावहारिक आध्यात्मिकता (practical spirituality) के स्तंभों पर स्थापित बीएपीएस आज की आध्यात्मिक, नैतिक और सामाजिक चुनौतियों का समाधान करने के लिए दूर-दूर तक पहुंचता है। बीएपीएस का उद्देश्य विश्वास, एकता और निःस्वार्थ सेवा के मूल्यों को बनाए रखना है। साथ ही जीवन के सभी क्षेत्रों के लोगों की आध्यात्मिक, सांस्कृतिक, शारीरिक और भावनात्मक जरूरतों को पूरा करना है।
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