प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने रविवार को इंडिया गेट पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस (Netaji Subhas Chandra Bose Hologram Statue) की 125वीं जयंती पर उनके होलोग्राम स्टैच्यू का उद्घाटन किया. यहीं पर नेताजी की आदमकद प्रतिमा जल्द ही स्थापित की जाएगी. प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि देश के स्वाधीनता संग्राम में नेताजी का योगदान अविस्मरणीय है. आजादी के संघर्ष में अहम योगदान देने वाले इन नायकों को अब याद किया जा रहा है.|
We are making a sincere effort to ensure each and every contributor to India’s freedom struggle gets his or her due place in our history. pic.twitter.com/Zr8dV4A6vr
— Narendra Modi (@narendramodi) January 23, 2022
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती पर रविवार को पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि स्वतंत्रता के बाद देश की संस्कृति और मूल्यों के अलावा कई महान लोगों के योगदान को मिटाने की कोशिशें की गई थीं। उन्होंने जोर देकर कहा कि देश अब अतीत की गलतियों को सुधार रहा है। इंडिया गेट पर नेताजी की होलोग्राम प्रतिमा का अनावरण करने के बाद लोगों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया की कोई भी ताकत 2047 में देश की आजादी के 100वें वर्ष से पहले ‘नए भारत’ के निर्माण के लक्ष्य को हासिल करने से नहीं रोक सकती। उन्होंने लोगों से नेताजी के ‘कर सकता हूं’ और ‘करके रहूंगा’ की भावना से प्रेरणा लेने का आह्वान किया।
A historic day,
— Narendra Modi (@narendramodi) January 23, 2022
A historic programme,
At a historic location…
The statue of Netaji Subhas Chandra Bose is a fitting tribute to his indelible contribution to our nation. pic.twitter.com/Azb4LF0o2E
पीएम मोदी ने सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार भी बांटे. ये पुरस्कार 2019, 2020, 2021 और 2022 के लिए बांटे गए. इस समारोह के दौरान कुल सात सम्मान बांटे गए.पीएम मोदी ने कहा, यह वक्त किसी भी आपात स्थिति में लोगों की मदद के लिए काम करने वाले राष्ट्रीय आपदा मोचन बल औऱ राज्यों के आपदा मोचन बल के जवानों की सराहना का है. |
Did you know that matters relating to disasters and disaster management earlier came under the agriculture department…
— Narendra Modi (@narendramodi) January 23, 2022
Much has changed in the last two decades and it is good to see this subject come to the mainstream of policymaking. pic.twitter.com/RzN0QPXyUU
यह भी पढ़े – मोदी सरकार ने बीटिंग रिट्रीट समारोह से गाँधी के प्रिय ईसाई भजन हटाया
देश में कोरोना के साथ भूकंप और तूफानों का भी सामना किया है, इस कारण हम आपदाओं के दौरान भी ज्यादा से ज्यादा जानमाल को बचाने में सफल रहे हैं. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसके लिए भारत को सराहना मिल रही है. सभी एजेंसियां आज मिलकर आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में काम करती है. बाढ़, सूखा और अन्य सभी आपदाओं के लिए वार्निंग सिस्टम में सुधार किया है. राज्यों की मदद से अलग-अलग क्षेत्रों के लिए डिजास्टर मैप तैयार किए गए हैं. आपदा प्रबंधन आज जनभागीदारी और जन विश्वास का विषय बन गया है. आपदा मित्र के तौर पर भी युवा साथ में जुड़ रहे हैं.|
यह भी पढ़े –जापान के पूर्व प्रधान मंत्री शिंजो आबे को ”नेताजी पुरस्कार”
केंद्र सरकार ने सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन के वार्षिक पुरस्कार की घोषणा की थी. यह पुरस्कार आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में संगठनों और व्यक्तियों की निस्वार्थ सेवा के लिए दिया गया है. केंद्र सरकार ने इस साल गणतंत्र दिवस समारोह को 23 जनवरी से शुरू करने का भी फैसला किया है, जो नेताजी की जयंती का दिन है. होलोग्राम प्रतिमा रोशनी के जरिये आभासी तरीके से दिखाई जाती है. बाद में यहां 28 फुट ऊंची प्रतिमा स्थापित की जाएगी. प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड के आपदा प्रबंधन विभाग को सम्मानित किया गया. उन्होंने 2021 के लिए राजेंद्र कुमार भंडारी को भी आपदा प्रबंधन क्षेत्र में भी सम्मानि किया. वर्ष 2022 में विनोद कुमार वर्मा को आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में सम्मानित किया है, जिन्होंने सिक्किम में डिजास्टर मैनेजमेंट क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया है.