प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को प्रथम ज्योतिर्लिंग सोमनाथ मंदिर की चार परियोजनाओं का उद्घाटन और मुख्य मंदिर के पास बनने वाले 30 करोड़ रुपए के पार्वतीजी मंदिर का शिलान्यास किया। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ, अमित शाह और लालकृष्ण आडवाणी , विजय रुपाणी, नितिन पटेल भी वर्चुअली कार्यक्रम से जुड़े थे।
प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार, सोमनाथ प्रोमेनेड को तीर्थयात्रा कायाकल्प और आध्यात्मिक, विरासत संवर्धन अभियान (प्रशाद) योजना के तहत 47 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित किया गया है। पुराने (जूना) सोमनाथ के पुनर्निर्मित मंदिर परिसर, जिसे अहिल्याबाई मंदिर भी कहा जाता है, को श्री सोमनाथ ट्रस्ट द्वारा ₹3.5 करोड़ के व्यय के साथ बनाया गया है ।
मोदी जी ने ‘जय सोमनाथ’ के जयकारे के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की और साथ ही साथ लौह पुरुष सरदार पटेल जी के चरणों में भी नमन करते हुए उन्होंने अपनी ख़ुशी व गर्व को सभी के समक्ष रखा ।
इसके साथ ही उन्होंने सोमनाथ के मंदिर को ऐतिहासिक भूमिका से जोड़कर आतंकियों पर निशाना साधते हुए कहा कि इस मंदिर को सैकड़ों सालों के इतिहास में कितनी ही बार तोड़ा गया, यहाँ की मूर्तियों को खंडित किया गया, इसका अस्तित्व मिटाने की हर कोशिश की गई।लेकिन इसे जितनी भी बार गिराया गया, ये उतनी ही बार उठ खड़ा हुआ ।आस्था , श्रद्धा व विश्वास को आतंक से कुचला नहीं जा सकता ।
पीएम मोदी ने कहा, “हमें धार्मिक पर्यटन को मजबूत करने की जरूरत है।” उन्होंने परियोजनाओं की भी प्रशंसा की और कहा, “इससे युवाओं को रोजगार भी मिलेगा। उन्हें हमारे अतीत के बारे में भी जानकारी मिलेगी।”
उन्होंने इतिहास से भविष्य का निर्माण करने की भावना को उजागर करते हुए कहा की ,”हमारी सोच होनी चाहिए इतिहास से सीखकर वर्तमान को सुधारने की, एक नया भविष्य बनाने की।”