गुजरात के छात्रों के लिए अमेरिकी वीजा दर में सुखद बढ़ोतरी - Vibes Of India

Gujarat News, Gujarati News, Latest Gujarati News, Gujarat Breaking News, Gujarat Samachar.

Latest Gujarati News, Breaking News in Gujarati, Gujarat Samachar, ગુજરાતી સમાચાર, Gujarati News Live, Gujarati News Channel, Gujarati News Today, National Gujarati News, International Gujarati News, Sports Gujarati News, Exclusive Gujarati News, Coronavirus Gujarati News, Entertainment Gujarati News, Business Gujarati News, Technology Gujarati News, Automobile Gujarati News, Elections 2022 Gujarati News, Viral Social News in Gujarati, Indian Politics News in Gujarati, Gujarati News Headlines, World News In Gujarati, Cricket News In Gujarati

गुजरात के छात्रों के लिए अमेरिकी वीजा दर में सुखद बढ़ोतरी

| Updated: January 4, 2022 17:16

अहमदाबाद: जैसे-जैसे छात्रों का विदेशी तटों पर आना जारी है, अमेरिका महामारी के बीच सबसे पसंदीदा स्थलों में से एक के रूप में उभर रहा है। विदेशी शिक्षा से जुड़े सलाहकारों के अनुसार, जहां तक छात्र वीजा का संबंध है तो अमेरिका पहले से ही कहीं अधिक जारी करता रहा है। शायद यही कारण है कि कोविड-19 के मामलों में हाल की वृद्धि ने भी छात्रों के उत्साह को कम नहीं किया है। अमेरिका के लिए भीड़ उन देशों के प्रति घटती दिलचस्पी के साथ मेल खाती है, जो कभी भारतीय छात्रों के लिए आकर्षण के केंद्र थे, जैसे कि ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड। इन दो देशों में लगे कोविड से संबंधित प्रतिबंध दरअसल गुजरात के छात्रों को दूर रखने वाले साबित हो रहे हैं।

अहमदाबाद में वीजा सलाहकार भाविन ठाकर ने कहा कि भारतीय छात्रों को अमेरिका में उम्मीद की एक नई किरण दिखाई दे रही है क्योंकि कई अन्य देश यात्रा पर सख्त प्रतिबंध लगा रहे हैं और वीजा प्राप्त करना कठिन कर रहे हैं। ठक्कर ने कहा, “भारतीय छात्रों के लिए अमेरिकी वीजा सफलता दर लगभग 95% है और यह पिछले कई वर्षों में सबसे अधिक है।” उन्होंने यह भी कहा कि, “गुजरात के छात्र ऑस्ट्रेलिया के बजाय अमेरिका को तरजीह दे रहे हैं। यह भारत के अन्य हिस्सों के छात्रों के लिए भी सच है।”

अहमदाबाद के एक अन्य वीजा सलाहकार प्रणव जोतानी ने कहा कि अमेरिकी वीजा प्राप्त करने की वर्तमान सफलता दर अक्टूबर की तुलना में अधिक है। जोतानी ने कहा, “विडंबना यह है कि पहले खारिज कर दिए गए कई छात्रों को महामारी के समय में वीजा मिल गया है।” उन्होंने कहा कि अमेरिका अपने विश्वविद्यालयों को वापस पटरी पर लाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है, जो महामारी से बुरी तरह प्रभावित हुए थे। मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक दर्शील पटेल 2018 से अमेरिका जाने का प्रयास कर रहे थे। उनके वीजा आवेदन पहले पांच बार खारिज कर दिए गए थे। पटेल के प्रयास आखिरकार हाल ही में सफल रहे। पटेल ने फोन पर कहा, “मैंने अमेरिका में अध्ययन करने के लिए बहुत प्रयास किए। आखिरकार अपने गंतव्य पर पहुंच गया हूं और मैं न्यू जर्सी राज्य के एक विश्वविद्यालय में खुदरा प्रबंधन में मास्टर डिग्री कर रहा हूं।” शिक्षा सलाहकारों ने कहा कि 2015 और 2020 के बीच उन्होंने 40% वीजा सफलता दर दर्ज की। यह आंकड़ा अब 95% से अधिक हो गया है।

मिलिए हापलिया से, जिनका वीजा आवेदन दो बार पहले खारिज कर दिया गया था। सैन फ्रांसिस्को के एक विश्वविद्यालय में व्यवसाय प्रशासन और वित्त में स्नातक की डिग्री हासिल करने के लिए आखिरकार उन्हें अपना छात्र वीजा 24 दिसंबर को मिल गया। हापलिया ने कहा, “मैं बहुत खुश हूं कि आखिरकार मैं अमेरिका आने के अपने सपने को पूरा कर सका। मैं वर्तमान में लॉस एंजिल्स में हूं और 17 जनवरी से  कॉलेज खुलने का इंतजार कर रहा हूं।” बता दें कि अंतर्राष्ट्रीय छात्र अमेरिकी अर्थव्यवस्था में अरबों डॉलर का निवेश करते हैं। इनमें भारतीय और चीनी छात्रों का सबसे अधिक योगदान है।

Your email address will not be published. Required fields are marked *