नई दिल्ली। कोविड-19 के कारण 92 वर्षीया प्रसिद्ध पार्श्व गायिका लता मंगेशकर की मौत ने न केवल भारतीयों को, बल्कि पाकिस्तानियों को भी गमगीन कर दिया। रविवार तड़के ही यह दुखद खबर ट्विटर पर पाकिस्तान में टॉप ट्रेंडिंग टॉपिक बन गया, जो सीमा के दोनों ओर उनके अपार प्रशंसकों के होने को दर्शाता है।
पाकिस्तान में लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि देने वाले प्रमुख शख्सियतों में सूचना और प्रसारण मंत्री फवाद चौधरी सबसे पहले थे। उन्होंने उनके निधन को “एक युग का अंत” और उन्हें “दशकों तक संगीत की दुनिया पर राज करने वाली मधुर रानी” कहते हुए श्रद्धांजलि दी।
पाकिस्तानी सेना के चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ ‘जनरल कमर बाजवा के निजी सलाहकार’ होने का दावा करने वाले ट्विटर यूजर ‘जैदू’ ने कहा, “1000 पाकिस्तान भी इस नुकसान की भरपाई नहीं कर सकता।”
बीबीसी न्यूज पंजाबी ने भी इस्लामाबाद के लोगों द्वारा इस खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए एक वीडियो प्रसारित किया। इसमें लोगों ने कहा कि उनकी ‘जादुई आवाज’ ने उन्हें ‘आंसुओं में डुबो दिया’ और उनकी तुलना पाकिस्तान में नूरजहां से की।
लेखक और स्तंभकार दुर्दाना नजम के अनुसार, “स्वर कोकिला” मंगेशकर “पाकिस्तान में उतनी ही प्रसिद्ध थीं, जितनी वह भारत या अन्य जगहों पर थीं।” राजनीतिक विश्लेषक डॉ. शाहिद मसूद ने भी लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि देते हुए एक युग का अंत और उन्हें “हमारी प्यारी बहन” कहा।
पाकिस्तानी अभिनेता इमरान अब्बास और गायिका हुमैरा अरशद ने भी पाकिस्तानी न्यूज चैनल हम न्यूज पर लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि दी।
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पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग की पोस्ट के जवाब में एक यूजर ने कहा, “आपकी याद आएगी लता जी। पाकिस्तान की ओर से आपको प्यार। संगीत की वास्तव में कोई सीमा नहीं होती है। ” एक अन्य यूजर ने लिखा, “पूरे पाकिस्तान को आपके गायन से बहुत प्यार था। शास्त्रीय संगीत का युग आज समाप्त हो रहा है। ”
कुछ पाकिस्तानी यूजर्स ने तो इस खबर में दार्शनिकता भर दी। मुहम्मद ताहिर ने ट्वीट किया: ‘भारत-पाकिस्तान में एक भी घर ऐसा नहीं है, जहां लोगों ने उनके संगीत को नहीं सुना और उसका आनंद नहीं लिया।’ आगे लिखा, “हमारा जीवन छोटा-सा होता है, जिसमें क्रूर मौत हमेशा निकट होती है। तो, भंगुरता भी चीज होती है यार।” इस बीच, एक अन्य यूजर ने लता मंगेशकर पर एक शो चला रहे एक पाकिस्तानी समाचार चैनल की तस्वीर पोस्ट करते हुए कहा: “कलाकार सार्वभौमिक होता है।”
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लता मंगेशकर का निधन फेसबुक पर भी छाया रहा। इसलिए कि उनके काम की सराहना भारतीय और पाकिस्तानी दोनों करते थे, जैसा कि फैसलाबाद में स्थित एक यूजर ने इस तरह का पोस्ट किया।
पाकिस्तानी पत्रकार और बीओएल नेटवर्क के प्रधान संपादक नज़ीर लेघारी ने भी उनके निधन पर संवेदना व्यक्त करने के लिए अपने समाचार चैनल पर बात की।
पाकिस्तानी मीडिया में डॉन ने मंगेशकर को “पसंदीदा बॉलीवुड गायिका” के रूप में याद किया। डेली पाकिस्तान ने उन्हें “मेलोडी क्वीन” के रूप में याद किया।