एक दिन के लिए भी तंबाकू (पान-मावा) नहीं छोड़ पाने के कारण एक पुलिस कांस्टेबल ने खुद को एक महत्वपूर्ण ड्यूटी से मुक्त पाया। मोरबी टाउन पुलिस के सिपाही सागरकुमार देवायत को भुज के धोरदो में तैनात पुलिस बंदोबस्त के काम से एक दिन पहले हटा दिया गया, जहां 8 फरवरी को जी-20 प्रतिनिधियों की पर्यटन कार्य समूह (Tourism Working Group) की पहली ऑफिशियल मीटिंग शुरू हुई थी।
बंदोबस्त ड्यूटी के दौरान देवायत को तंबाकू (पान-मावा) चबाते पाया गया। खावड़ा पुलिस थाने के पुलिस इंस्पेक्टर और डीएसपी भुज डिवीजन को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि जी-20 की पहली टूरिज्म वर्किंग ग्रुप मीटिंग के लिए देवायत को धोरदो भेजा गया था। वह नियमों का उल्लंघन कर पान-मावा का सेवन करते दिखे। यह पत्र 7 फरवरी, 2023 को एसपी, कच्छ (पश्चिम) सौरभ सिंह की ओर से भेजा गया था। सिंह ने बताया कि इसके बाद देवायत को मोरबी भेज दिया गया, क्योंकि ड्यूटी पर तंबाकू का सेवन बर्दाश्त नहीं किया जा सकता था।
एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने बताया कि जी-20 के बंदोबस्त ड्यूटी के दौरान कहीं भी पान-मावा खाना और थूकना प्रशासन के लिए शर्मनाक हो सकता है, क्योंकि इस कार्यक्रम में विदेशी प्रतिनिधि और खुद मुख्यमंत्री शामिल हो रहे हैं। इसके अलावा ड्यूटी के दौरान तंबाकू का सेवन और थूकने की अनुमति नहीं है।
एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने कहा कि उन्हें देवायत का रिप्लेसमेंट मिल गया है। चार साल पहले भी छह पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी, जो मुख्यमंत्री के बंदोबस्त का हिस्सा होने के बावजूद तंबाकू का सेवन करते पाए गए थे।
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