निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को संसदीय कार्यप्रणाली के नियमों से अवगत कराने के उद्देश्य से गुजरात विधानसभा Gujarat Assembly द्वारा आयोजित दो दिवसीय ‘संसदीय कार्यशाला’ का उद्घाटन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला Lok Sabha Speaker Om Birla के करकमलों से 15 फ़रवरी को सुबह 11.00 बजे किया गया जबकि 16 फ़रवरी की शाम राज्यपाल आचार्य देवव्रत Governor Acharya Devvrat की प्रेरक उपस्थिति में इस संसदीय कार्यशाला का समापन होगा।
संसदीय कार्यशाला में पूर्व सीएम और डिप्टी सीएम समेत लोकसभा सांसदों को भी आमंत्रित किया गया है. इस दौरान अपने सम्बोधन में लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला कहा कि गुजरात की धरती सरदार पटेल और महात्मा गांधी की धरती है. सामर्थ्य की भूमि है। गुजरात का एक लंबा इतिहास रहा है।
जबकि मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल Chief Minister Bhupendra Patel ने कहा कि यह गणेश वासुदेव मावलंकर की धरती है।
संसदीय कार्यशाला parliamentary workshop के आयोजन के विषय में विवरण देते हुए गुजरात विधानसभाध्यक्ष श्री शंकरभाई चौधरी ने कहा कि इस दो दिवसीय कार्यशाला में 10 से अधिक विषयों पर विभिन्न सत्र आयोजित होंगे।
इन सत्रों में ‘संसदीय लोकतंत्र में जनप्रतिनिधियों की भूमिका, विधानसभा की कार्यवाही के अंतर्गत क्या किया जा सकता है और क्या नहीं ?, स्ट्रेस मैनेजमेंट, सुदृढ़ लोकतंत्र के लिए संवैधानिक संस्थानों की भूमिका, संसदीय विशेषाधिकार तथा नीतिमत्ता के मानदंड, G-20 में भारत की अध्यक्षता, संसदीय प्रश्न और तत्काल सार्वजनिक महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा में उपस्थित रहने के नियम के अंतर्गत पद्धतियाँ, कार्यपालिका पर विधानसभा समितियों का संसदीय नियंत्रण, विधानसभा में वित्तीय कामकाज, विधानसभा में अधिनियम बनाने की प्रक्रिया’ जैसे विषयों को शामिल किया जाएगा।
इन विषयों पर संसद के विशेषज्ञों तथा विभिन्न विषयों के विशेषज्ञों द्वारा मार्गदर्शन दिया जाएगा।
गुजरात विधानसभा में आयोजित होने वाली इस दो दिवसीय संसदीय कार्यशाला में सभी दलों के निर्वाचित विधायक, सांसद, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष, पूर्व मुख्यमंत्री, पूर्व उप मुख्यमंत्री सहित बौद्धिक नागरिक सहभागी बनेंगे।