गुजरात कांग्रेस के अध्यक्ष जगदीश ठाकोर ने कहा है कि यह धारणा बनाने में कुछ भी गलत नहीं है कि अगर पार्टी राज्य विधानसभा चुनाव जीतती है, तो अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के व्यक्ति को मुख्यमंत्री बनाएगी।
ठाकोर की टिप्पणी सोशल मीडिया पर चल रही चर्चाओं के जवाब में आई है कि कांग्रेस किसी ओबीसी व्यक्ति को सीएम का पद देने और अन्य जातियों के सदस्यों को एडजस्ट करने के लिए तीन डिप्टी सीएम बनाने की योजना बना रही है।
उन्होंने इन चर्चाओं को खारिज करते हुए कहा, “यह सही है कि बहुमत वाले लोगों को सरकार में अपना प्रतिनिधित्व मिलता है, अगर पार्टी को उनके वोटों के जरिये बहुमत मिलता है।” गुजरात में ओबीसी कुल आबादी का 54 प्रतिशत है, जो किसी भी अन्य वर्ग से अधिक है। ओबीसी, अनुसूचित जाति (Scheduled Castes) और अल्पसंख्यक (minorities) कांग्रेस के पारंपरिक समर्थक माने जाते हैं।
ठाकोर ने शनिवार को पत्रकारों से कहा, “कांग्रेस 182 में से 125 से अधिक सीटें जीतकर अगली सरकार बना रही है। युवा बड़ी संख्या में हमारी रैलियों में आ रहे थे, क्योंकि वे भाजपा की नीतियों से नाराज हैं। बुजुर्ग नागरिक भी हमें अपना आशीर्वाद दे रहे हैं।”
ठाकोर की टिप्पणी इसलिए मायने रखती है, क्योंकि गुजरात के मध्य और उत्तरी क्षेत्रों में 5 दिसंबर को मतदान होने जा रहा है, जहां कई सीटों पर ठाकोर और चौधरी समुदायों सहित ओबीसी मतदाताओं की अच्छी खासी संख्या है।
सत्तारूढ़ भाजपा ने यह कहते हुए तंज कसा कि कांग्रेस ने यह नहीं बताया है कि वह किस वर्ष में ओबीसी को मुख्यमंत्री बनाना चाहती है। गुजरात भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटिल ने गांधीनगर में कहा,
“हर पार्टी अपना एजेंडा तय करती है। उन्होंने कहा कि वे (ओबीसी सीएम) बनाएंगे, लेकिन किस साल? उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया है। इसलिए मैं उस पर टिप्पणी नहीं कर सकता। लेकिन, मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि बीजेपी के अलावा कोई अन्य पार्टी सत्ता में नहीं आ रही है।”
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