हाल ही में, कैंटरबरी में एक व्यापार सम्मेलन (business conference) में एक सरकारी मंत्री और एक भारतीय कंपनी के प्रतिनिधियों ने भाग लिया, जिसमें एक महिला ने आरोप लगाया था कि उसे अनुचित तरीके से छुआ गया था। महिला का आरोप था कि दो पुरुष, जो भारतीय डेयरी टाइकून अमूल (Indian dairy tycoon Amul) से जुड़े एक सहकारी समिति के प्रतिनिधि थे और एक व्यापार प्रतिनिधिमंडल के हिस्से के रूप में न्यूजीलैंड में थे, ने उसे पकड़ लिया और उसकी अनुचित तस्वीरें लीं।
आरोप साबित हुए तो अमूल की बढ़ सकती है मुसीबत
अब यह मामला गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन संघ (Gujarat Cooperative Milk Marketing Federation- जीसीएमएमएफ) के लिए मुसीबत बन गया है, जो अमूल ब्रांड (Amul brand) के तहत दुग्ध उत्पादों का विपणन करता है। मामले को लेकर शीर्ष दुग्ध सहकारी निकाय और उसके सदस्य, कैरा जिला सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ लिमिटेड (Kaira District Cooperatives Milk Producers Union Ltd – जीसीएमएमएफ), जिसे अमूल डेयरी (Amul Dairy) के नाम से जाना जाता है, के बीच एक बड़ी दरार पैदा हो गई है। न्यूज़ीलैंड में एक डेयरी फार्म की एक महिला कर्मचारी द्वारा लगाए गए आरोपों की तीखी प्रतिक्रिया में, कैरा डेयरी के अध्यक्ष विपुल पटेल ने गुरुवार को GCMMF से अमूल ट्रेडमार्क के अधिकारों को वापस लेने की धमकी दी। आनंद स्थित कैरा डेयरी ने जीसीएमएमएफ को चेतावनी दी है कि अगर आरोप सही साबित होते हैं तो उसे ‘अमूल’ को एक ब्रांड के रूप में इस्तेमाल करना बंद करना होगा।
न्यूज़ीलैंड प्रकरण का उल्लेख करते हुए, पटेल ने कहा कि सहकारी संस्था ट्रेडमार्क को वापस लेने पर विचार कर सकती है यदि ऐसे ही चलता रहा। पटेल ने कहा कि, “लोग पूछ रहे हैं कि कौन (न्यूजीलैंड) गया था? मुझे बार-बार स्पष्ट करना होगा कि हमारी अमूल डेयरी से कोई भी इस कार्यक्रम में नहीं गया था। हमारा इस घटना से कोई लेना-देना नहीं है।”
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