हाल के महीनों में, एक नया ट्रेंड लोकप्रिय हो रहा है – पानी से खाना बनाना मतलब वाटर-कुकिंग। इस इनोवेटिव तरीके ने शेफ्स, हेल्थ फ्रीक्स और घर के रसोइयों, सभी का ध्यान खींचा है।
चूंकि ये तरिका तेजी से अपनाया जा रहा है, इसलिए इसके पीछे के कारणों और यह जानना ज़रूरी है कि क्या पानी से खाना बनाना सेहतमंद और स्वादिष्ट विकल्प है।
हैदराबाद के एक क्लिनिकल डायटीशियन ने बताया कि पानी आधारित तरीके जैसे उबालना, स्टीम करना या पोचिंग करने के कुछ स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं। ये तरीके आमतौर पर तलने या भूनने की तुलना में कम तापमान पर पकाते हैं, जिससे भोजन के पोषण को बनाए रखने में मदद मिलती है। साथ ही, इन तरीकों से पानी में घुलनशील विटामिन और मिनरल्स ज्यादा मात्रा में बचे रहते हैं।
हालांकि, डायटीशियन ने चेतावनी दी कि पूरे भोजन की हेल्थीनेस इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री और पकाने के तरीके पर निर्भर करती है।
क्या पानी से खाना बनाना स्वादिष्ट हो सकता है? बिल्कुल, सही सामग्री और मसालों के साथ पानी से खाना बनाना स्वादिष्ट हो सकता है। उदाहरण के लिए, सब्जियों को उबालने या स्टीम करने से उनके प्राकृतिक स्वाद और पोषण को बनाए रखने में मदद मिलती है। पकाने के पानी में जड़ी-बूटियां, मसाले या शोरबा डालने से खाने का स्वाद बढ़ सकता है। पानी आधारित तरीकों को मजेदार बनाने के लिए अलग-अलग स्वादों और तरीकों के साथ प्रयोग करना जरूरी है।
क्या हमें सचमुच तेल से बनने वाले सभी खाने बंद कर देने चाहिए? पूरी तरह से तेल से बनने वाले खाने बंद करना जरूरी नहीं है, क्योंकि संतुलित आहार के लिए कुछ मात्रा में हेल्दी फैट्स जरूरी होते हैं। तेल के साथ पकाने से हमारे भोजन में स्वाद, बनावट और कुछ पोषक तत्व शामिल हो सकते हैं। हालांकि, संयम जरूरी है, क्योंकि अस्वस्थ तेलों के ज्यादा सेवन से दिल की बीमारी और मोटापा जैसी कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
संतुलन के साथ हेल्दी कुकिंग ऑयल्स जैसे जैतून का तेल, एवोकाडो का तेल या कैनोला ऑयल का इस्तेमाल करें। पानी से खाना बनाना एक स्वस्थ और स्वादिष्ट विकल्प हो सकता है, खासकर जब इसे अन्य तरीकों के साथ संतुलित किया जाए। विभिन्न तरीकों को अपनाने और हेल्दी फैट्स के मिश्रण का इस्तेमाल करने से स्वादिष्ट और संपूर्ण आहार मिल सकता है।
तो, क्या वाटर-कुकिंग का चलन बना रहेगा? पानी से खाना बनाना का ट्रेंड सिर्फ एक आकर्षण नहीं है; यह भोजन तैयार करने के तरीके में एक बड़ा बदलाव है। पोषण बनाए रखना, कैलोरी कम लेना और हानिकारक तत्वों के बनने का खतरा कम करना जैसे इसके कई स्वास्थ्य लाभों के साथ, पानी से खाना बनाना सचेत और संपूर्ण भोजन पर जोर देने के साथ जुड़ता है।
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