खोडलधाम अध्यक्ष नरेश पटेल आज प्रेस कांफ्रेंस कर गुजरात की राजनीति में आने या न आने के फैसले को लेकर लग रही अटकलो पर विराम लगा दिया “मैं अब राजनीति में शामिल नहीं होऊंगा,” उन्होंने एक राजकोट में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में कहा।
नरेश पटेल ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि खोडलधाम दुनिया तक पहुंच गया है और यहां हर वर्ग के लोग आते हैं। इसके लिए धन्यवाद। बात राजनीति में आने की है। कोरोना काल में लोगों की तरह मेरे पास भी काफी समय था। जिसमें मैंने सरदार साहब और अन्य स्वतंत्र सेनानियों को पढ़ा तो मुझे लगा कि राजनीति में आने से भी बहुत सेवा हो सकती है। यह मेरी निजी राय थी। जब मैंने यह विचार सोचा लगा की समाज को भी इस बारे में पूछना चाहिए। हमने इस संबंध में एक सर्वेक्षण भी किया था।
रिपोर्ट के मुताबिक समाज के आधे बड़े-बुजुर्ग नहीं चाहते की मैं राजनीति में आऊ जबकि महिलाएं और 80 प्रतिशत युवा अब भी चाहते हैं कि मैं राजनीति में आ जाऊं। मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि खोडलधाम के तत्वावधान में हम एक राजनीतिक अकादमी की घोषणा कर रहे हैं। इसमें हम सभी समाज के युवाओं का स्वागत करते हैं।
पाटीदार उद्योगपति ने आगे कहा कि अगर मैं किसी पार्टी में जाता हूं तो खोडलधाम की कई परियोजनाएं, जैसे कि शिक्षा, स्वास्थ्य और कृषि, जो अभी पूरी नहीं हुई हैं, वह प्रभावित होंगी ,हमें उन्हें प्रोत्साहन देना है और हर समुदाय के लोगों को लाभान्वित करना है। इसलिए बड़े – बुजुर्गो की चिंता मुझे उचित लगती है. इसलिए मैं राजनीति में अपना प्रवेश फिलहाल टाल रहा हूं।
गौरतलब है कि नरेश पटेल के राजनीति में आने को लेकर पिछले छह महीने से खूब चर्चा हो रही है. हालांकि, नरेश पटेल ने हमेशा सर्वेक्षण के नतीजों पर फैसला यह कहते हुए छोड़ दिया, ”मैं वही करूंगा जो समाज कहेगा.”
हालांकि कांग्रेस नेताओं के साथ नरेश पटेल की कई दौर की बैठक के बाद नरेश पटेल के दोस्त और रणनीतिकार प्रशांत किशोर के कांग्रेस में ना शामिल होने , हार्दिक पटेल के भाजपा में शामिल होने और कांग्रेस के 2022 के मुश्किल भरे रास्तों को देखते हुए ही नरेश पटेल लगातार अपने फैसले को टाल रहे थे। हालांकि नरेश पटेल का कांग्रेस का मौजूदा नेतृत्व उनका स्वागत करने के लिए तैयार था लेकिन प्रशांत किशोर का मामला कांग्रेस में बिगड़ने के बाद ही वाइब्स आफ इंडिया ने सबसे पहले साफ़ कर दिया था की नरेश पटेल राजनीति में नहीं आएंगे।
इस पाटीदार उद्योगपति के लिए कांग्रेस ने अपनी नियुक्ति रोक रखी थी , नरेश पटेल लगातार कांग्रेस नेताओं के संपर्क मे थे। गुजरात प्रभारी रघु शर्मा ने पहले ही साफ़ कर दिया था कि नरेश पटेल को तय करना है की उन्हें राजनीति में आना है या नहीं और आख़िरकार वह तय हो गया।
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